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बागी बनने गए नीरज को भेजा जेल, अब लापता हुए एएसआई करण सिंह

गुना, 08 फरवरी (हि.स.) । गुना पुलिस में बढ़ती गुटबाजी और आपसी तनाव के चलते बागी बनने निकला पुलिस आरक्षक नीरज जोशी उर्फ टोनी ने बजरंगगढ़ में आत्मसमर्पण किया था। टोनी के फरार होने का मामला अभी ठंडा नहीं हो पाया था कि इसी बीच सिरसी पुलिस थाने में पदस्थ एएसआई करण सिंह तीन दिन से लापता है, इसकी सूचना उसके परिजनों ने सिरसी पुलिस थाने को दी है। तीन दिन पूर्व ही उसका तबादला सिरसी पुलिस थाने से पुलिस लाइन गुना किया गया था। उधर टोनी के खिलाफ देर रात कैंट थाना पुलिस ने अमानत में ख्यानत का मामला दर्ज किया और सोमवार को उसका मेडिकल परीक्षण कराकर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसको चांचौड़ा उपजेल में भेज दिया है। उधर नीरज के आरोप लगने के बाद केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने तत्कालीन आईजी व वर्तमान में एडीजी राजा बाबू सिंह को पांच साल के लिए बीएसएफ में प्रतिनियुक्ति पर भेजा है। इसकी सूचना केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने मध्यप्रदेश सरकार के चीफ सेकेटरी को दी है। तीन दिन पहले ही उसका तबादला हुआ था पुलिस लाइन सिरसी पुलिस थाने में पदस्थ अलीराजपुर के रहने वाले एएसआई करण सिंह का कुछ दिन पूर्व पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने उसका तबादला सिरसी पुलिस थाने से पुलिस लाइन गुना कर दिया था। उसको छह फरवरी को गुना आकर पुलिस लाइन में अपनी आमद दर्ज कराना था। करण सिंह अपने परिवार समेत सिरसी पुलिस थाना परिसर में बने पुलिस क्र्वाटर में रहता था।छह फरवरी को वह सिरसी से मोटर साइकिल लेकर गुना पुलिस लाइन पहुंचकर अपनी आमद दर्ज कराने निकला, लेकिन वह अभी तक पुलिस लाइन नहीं पहुंच पाया। मौसी के यहां छोड़ी मोटर साइकिल सूत्र बताते हैं कि एएसआई करण सिंह मोटर साइकिल लेकर गुना आया, यहां से वह पुलिस लाइन न जाकर एवन कॉलोनी स्थित अपनी मौसी के यहां पहुंचा, जहां उसने अपनी मोटर साइकिल छोड़ी, इसके बाद वह मौसी के घर से चला गया, जिसकी अभी तक कोई पता नहीं है कि आखिर करण सिंह कहां हैं। सिरसी पुलिस स्टॉफ का कहना है कि करण सिंह सिरसी पुलिस थाना क्षेत्र में खेती की जमीन भी बटाई पर कराता था। इसके साथ ही उसके पास स्वयं का एक घरेलू हथियार भी है। परिजनों ने दी सिरसी पुलिस थाने में सूचना सिरसी पुलिस थाना प्रभारी राकेश शर्मा के पास सोमवार को सुबह के समय एएसआई करण सिंह का बेटा आया और उसने अपने पिता के लापता होने की सूचना दी। उसका कहना था कि छह फरवरी को मौसी के यहां अपनी मोटर साइकिल खड़ी करके चले गए हैं, उनका कोई पता नहीं लग पा रहा है। उनकी तलाश करवाई जाए। करण से पहले ऐसे ही गायब हो गया था टोनी तीन दिन पूर्व कलेक्ट्रेट स्थित स्ट्रॉंग रूम से इंसास लेकर गायब हुए पुलिस लाइन में पदस्थ आरक्षक नीरज जोशी उर्फ टोनी ने सोशल मीडिया पर अपने आपको बागी घोषित करने का वीडियो वायरल किया था। इसके साथ ही उसने पुलिस में पदस्थ उप निरीक्षक रामवीर सिंह और राम शर्मा, सायबर सेल में कार्यरत दरोगा मसीह खान पर झूठे पुलिस केस में फंसाने समेत कई गंभीर आरोप लगाए थे। इसके अलावा ग्वालियर रेंज के तत्कालीन आईजी राजा बाबू सिंह पर सेवा समाप्ति का टोनी को नोटिस दिया था, इस कार्रवाई से बचने के लिए टोनी ने दो लाख रुपए रिश्वत मांगने पर देने का भी आरोप लगाया था। कैंट पुलिस थाने में अमानत का ख्यानत मामला दर्ज उधर कैंट पुलिस थाने ने वरिष्ठ अधिकारियों से मिले आदेश के बाद आरक्षक नीरज उर्फ टोनी के विरुद्ध अमानत में ख्यानत करने के आरोप में भादंसं की धारा 4०9 के तहत मामला दर्ज किया था। सामान्य स्थिति में आने के लिए उसको भेज दिया था घर दो दिन पूर्व टोनी ने बजरंगगढ़ पुलिस थाने में बागी बनने के 48 घंटे बाद आत्मसमर्पण कर दिया था। उसके मानसिक तनाव में अधिक देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने सामान्य स्थिति में आने के लिए उसको बीते रोज घर भेज दिया था। रविवार को देर रात पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने एक टीम के जरिए उसको घर से बुलवाया और मेडिकल जांच के लिए जिला चिकित्सालय भेजा, जहां उसका स्वास्थ्य परीक्षण हुआ। सोमवार को पुन: मेडिकल परीक्षण कराने के बाद टोनी को हरिओम रघुवंशी के नेतृत्व में एक टीम गिरफ्तार करने के बाद न्यायालय ले गई, जहां से उसको जेल भेजने के कोर्ट ने आदेश दिए। इसके बाद पुलिस टीम उसे चांचौड़ा उपजेल लेकर गई, वह इस समय चांचौड़ा उपजेल में बंद है। नीरज ने लगाए आरोप, राजा बाबू गए प्रतिनियुक्ति पर पुलिस लाइन में पदस्थ नीरज जोशी उर्फ टोनी ने बागी बनने की घोषणा के साथ तत्कालीन आईजी राजाबाबू सिंह पर सेवा समाप्ति के नोटिस को लेकर दो लाख रुपए की रिश्वत मांगने और देने का आरोप लगाया था। यह मामला प्रदेश व केन्द्र सरकार तक पहुंचा, इस मामले को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी गंभीरता से लिया था। केन्द्रीय गृह मंत्रालय के अन्डर सेकेटरी रमन कुमार के हस्ताक्षर से एक आदेश मप्र के चीफ सेकेटरी तक आया है जिसमें कहा है कि राजा बाबू सिंह को पांच साल की प्रतिनियुक्ति पर बीएसएफ में पदस्थ करना है। इसके लिए केन्द्रीय सरकार राजा बाबू सिंह को रिलीव करे। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक-hindusthansamachar.in

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