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प्रकृति प्रेमी राजा ठाकुर ने लाॅकडाउन में घर की छत पर बनाया मिनी गार्डन

सिवनी, 13 जून (हि.स.)। जिला मुख्यालय पर छिंदवाडा चौक के समीप प्रकृति प्रेमी राजा ठाकुर ने लाॅकडाउन में अपने घर की छत पर 900 वर्ग फिट पर लगभग 200 प्रकार के फल और फूल और आक्सीजन देने वाले वाले पौधे को लगाकर राजा की बागिया बनाया है। राजा का कहना है कि हमें वृक्ष लगाना है प्रकृति का ऋण चुकाना है। उन्होंने पौधारोपण को अपने जीवन से जोडकर रखा है स्वच्छ व संतुलित पर्यावरण के लिए हमें प्रकृति से प्रेम व पौधरोपण करना होगा व हर दिन पर्यावरण दिवस के रूप में मनाना होगा। प्रकृति प्रेमी तिलक वार्ड निवासी राजा पुत्र स्व.ऋषिराज ठाकुर का कहना है कि पर्यावरण हमारे स्वस्थ जीवन का आधार है हमें वृक्ष लगाना है प्रकृति का ऋण चुकाना है उन्होंने पौधरोपण को अपने जीवन से जोड़कर रखा है पिछले वर्ष 2020 में जब लाॅकडाउन लगा उस दौरान कोई काम नहीं था जिसका उपयोग करते हुए खाली समय में पौधारोपण करके उनके द्वारा प्रकृति प्रेम को जीवंत करते हुए घर की छत 900 वर्ग फिट पर गार्डन बनाने का प्रयास किया और एक वर्ष बाद 2021 में उनकी मेहनत रंग लाई। आज उनके घर की छत पर एक सुंदर गार्डन बनने लगा है। राजा ठाकुर ने बताया कि उन्होंने पौधे लगाने के लिए गमलो के साथ खराब बोतल, खाली डिब्बे, पानी के कंटेनर को गमलों का रूप देकर उसमे पौधे लगायें आज उनके घर की छत पर लगभग 200 प्रकार के फल और फूल एवं आक्सीजन देने वाले वाले पौधे है जिससे उनके घर की छत एक मिनी गार्डन जैसे दिखने लगी है। उन्होंने मिनी गार्डन में पौधों के साथ बच्चों के लिए झूले , व्यायाम करने के साधनो की भी व्यवस्था की है। जिससे प्रतिदिन वह उनके परिवार के बच्चे नियमित रूप से व्यायाम करते है और प्राकृतिक आनंद की अनुभूति महसूस करते है। उन्होनें इस मिनी गार्डन का राजा की बागिया रखा है। प्रकृति प्रेमी राजा ने बताया कि छत पर गार्डनिग करते समय बडी समस्या गमलों को रखने एवं उनके वजन से आती है जिसके लिए उन्होनें लोहे के रेक बनवायें एवं नारियल के बूच का बुरादा मिलाया। आज मिनी गार्डन में थांई मैंगो, ब्लेक मैंगो, आम्रपाली, दशहरी, नीलम, केसर, आम, आंवाला, नीबू ,शहतूत, अंजीर, केला, अनार, अमरूद, चीकू ,वेलपत्र, शमी, गरुड, पीपल, बरगद, नीम, चमेली, मोगरा, गुलाब,परिजात, रंजनीगंधा, जासौन, बोगनबेली, नारबोध, मनीप्लांट, पाम, काईक्रस, साईक्रस , ऐडेनियम और भी विभिन्न प्रकार के खुशबू व शो प्लांट लगे है। यह पौधरोपण करके उन्होनें लाॅकडाउन के दौरान प्रकृति के नजारों को करीब से देखा है और लाॅकडाउन में प्रकृति के सुखद अनुभव को महसूस किया है। उनका मानना है स्वच्छ व संतुलित पर्यावरण के लिए हमे प्रकृति से प्रेम व पौधारोपण करना होगा। और हर दिन पर्यावरण दिवस के रूप में मनाना होगा। प्रकृति प्रेमी ने जिलेववासियों से अपील की है कि यह पौधारोपण का कार्य उनके द्वारा सतत रूप से चलता रहेगा आप सभी भी जहा जगह मिले एक पौधा जरूर लगावें और प्रकृति का संरक्षण करें। हिन्दुस्थान समाचार/रवि सनोडिया

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