विद्युत मांग और उपलब्धता का आंकलन करने ऊर्जा विभाग और टेरी के बीच एमओयू
भोपाल, 02 फरवरी (हि.स.)। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर की उपस्थिति में मंगलवार को ऊर्जा विभाग एवं द एजर्नी एंड रिसोर्सेज इंस्टिट्यूट (टेरी), जो कि एक नॉन-प्रॉफिट अनुसंधान संस्थान है, के बीच एमओयू किया गया है। एमओयू में प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे और डायरेक्टर टेरी ए.के. सक्सेना ने हस्ताक्षर किये। एमओयू के तहत टेरी द्वारा बिना किसी परामर्श शुल्क के मध्यप्रदेश की विद्युत मांग एवं उपलब्धता का आंकलन कर भविष्य के लिए रूपरेखा तैयार की जायेगी। इस अध्ययन के अंतर्गत टेरी द्वारा पारंपरिक तथा नवकरणीय ऊर्जा स्त्रोतों की उपलब्धता के अनुसार विभिन्न परिदृश्यों का विकास किया जायेगा, जिससे सबसे कम लागत पर विद्युत आपूर्ति की जा सके। टेरी द्वारा अनिश्चित प्रकृति की नवकरणीय ऊर्जा को ग्रिड से जोड़ने के लिए योजना तैयार की जायेगी। राज्य में विद्युत आधिक्य की स्थिति है तथापि विद्युत की शीर्ष मांग की पूर्ति एक चुनौती रहेगी। टेरी द्वारा अपने अध्ययन में शीर्ष मांग की पूर्ति के लिए विभिन्न विकल्प दिए जायेंगे। इससे भविष्य में विद्युत आपूर्ति की विश्वसनीयता बढ़ेगी तथा लागत में कमी आयेगी। यह राज्य के विद्युत उपभोक्ताओं के लिए लाभकारी होगा। हिन्दुस्थान समाचार / उमेद-hindusthansamachar.in