मदर्स डे : पति ने कहा अलविदा तो बच्चियों की परवरिश की परवरिश के लिए ब्यूटी पार्लर को बनाया सहारा
अपने दम पर बच्चियों को दिलाई मेडिकल और इंजीनियरिंग की शिक्षा अनूपपुर, 09 मई (हि.स.)। जीवन की डगर में जब पति ने चंद फासले चलने के बाद पत्नी मीना गोकलानी को हमेशा के लिए अलविदा कहा तो 27 वर्षीय मीना के लिए दो बच्चियों की परवरिश के साथ घर की जिम्मेदारी मुसीबतों के पहाड़ से कम नहीं दिखी। लेकिन मीना ने अपने हौसले को गिरने नहीं दिया, और स्वयं का रोजगार स्थापित कर अपनी पहचान बनाई। खुद ही ब्यूटी पार्लर का संचालन कर बेटियों को इंजीनियरिंग और मेडिकल की शिक्षा दिलाई और उन्हें अपने पैरों पर खड़े होने के काबिल बना दिया। बिजुरी निवासी मीना गोकलानी ने बताती हैं कि जो 19 वर्ष की आयु में शादी कर ससुराल पहुंची थी। लेकिन घर की स्थिति बेहतर नहीं थी। अभी जीवन के कुछ ही साल गुजरे थे कि पति हमेशा के लिए अलविदा कहकर स्वर्ग सिधार गए। परिवार की जिम्मेदारी सम्भालने में स्वयं के हुनर से रोजगार स्थापित किया और अपनी पहचान बनाने के साथ साथ बच्चों और घर की परवरिश में जुट गई। शुरूआती दौर किसी बुरे सपने से कम नहीं था, जब घर के सदस्यों के पेट भरने काफी मशक्कत करनी पड़ी। लेकिन बिजुरी नगर में मीना गोकलानी आज एक सफल महिला और मां के रूप में भी पहचानी जाती है। मीना बताती है कि पारिवारिक परिस्थितियों में खुद कुछ करने की इच्छा मन में थी और घरवालों का सहयोग मिल गया। 27 वर्ष पूर्व उसने ब्यूटी पार्लर प्रारंभ किया, तब मन में झिझक भी थी। साथ ही यह भी लगता था कि यह काम चलेगा भी या नहीं। लेकिन अपनी मेहनत और लगन से इसी के दम पर वह पूरे घर को चला रही हैं। हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला