विभागों के बंटवारे में भी दिखा गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का दबदबा, शीर्ष नेतृत्व का जताया आभार
विभागों के बंटवारे में भी दिखा गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का दबदबा, शीर्ष नेतृत्व का जताया आभार

विभागों के बंटवारे में भी दिखा गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का दबदबा, शीर्ष नेतृत्व का जताया आभार

भोपाल, 13 जुलाई (हि.स.)। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने मंत्रिमंडल को विभागों का बंटवारा कर दिया है। मंत्रिमंडल में विभागों के बंटवारे में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का दबदबा दिखा है। विभागों में सबसे पहले नरोत्त मिश्रा का नाम है। पार्टी नेतृत्व ने उन्हें गृह विभाग समेत जेल, संसदीय कार्य और विधि विधायी विभाग की कमान सौंपी है। मुख्यमंत्री के बाद सरकार में सबसे पावरफुल मंत्री नरोत्तम मिश्रा बने है। इतने अहम विभागों की जिम्मेदारी सौंपने के लिए नरोत्त मिश्रा ने अपनी पार्टी भाजपा के शीर्ष नेताओं का आभार व्यक्त किया है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने विभागों का आबंटन होने के बाद सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बाकी विभाग तो पहले से भी मेरे पास रहे ही हैं, नए विभाग जेल का दायित्व भी अब मुझे दिया गया है। इस पर भी आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा कि सभी सीनियर नेतृत्व ने मुझ पर विश्वास व्यक्त किया। संसदीय कार्य मुझ पर हिन्दुस्थान में सर्वाधिक लंबे समय से है। विधि विभाग भी लगभग 10 साल से हैै। गौरतलब है कि नरोत्तम मिश्रा ने 4 विभागों के मंत्री बनने के बाद सरकार में फिर अपनी ताकत दिखाई है। वे गृह, जेल, संसदीय कार्य और विधि विधाई मंत्री बनने के बाद सबसे ज्यादा विभागों के मंत्री बने हैं। इसके साथ ही उन्होंने अपने समर्थकों को भी मंत्री मंडल में महत्वपूर्ण विभाग दिलाया है। एंदल सिंह कंसाना को पीएचई, बिसाहूलाल सिंह को खाद्य एवं आपूर्ति, हरदीप सिंह डंग को पर्यावरण एवं नवीकरणीय ऊर्जा जैसे महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी मिली है। इन तीनों मंत्रियों को भाजपा में नरोत्तम मिश्रा ने शामिल कराया था। कांग्रेस पर साधा निशाना ग्रह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि सत्ताबल का कांग्रेस जिस तरह का प्रयोग करती है उसी कारण आज देशभर में कांग्रेस का सूर्य अस्तांचल की ओर है। देश में जिस पार्टी का एकक्षत्र राज था, आज यह हाल है कि उसका नेता प्रतिपक्ष दस साल से लोकसभा में नहीं है। आतंकवादियों की भाषा बोलना, 370 का विरोध करना, राष्ट्र विरोध बात करना कन्हैया कुमार से मिलने जाना, कर्जमाफी के नाम पर किसानों को धोखा देना यह जयचंदों की श्रेणी में आता है। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि उनकी पार्टी में टूट होती है, लोग उनकी पार्टी को छोडक़र जा रहे हैं। कल मप्र में एक विधायक छोड़ कर चले गए, राजस्थान में 30 विधायकों का सुनने को मिल रहा है। मंत्री मिश्रा ने कहा कि इतिहास की वस्तु कांग्रेस कुछ दिनों में हो जाएगी, इसलिए या तो अपने आप को बदले या लोग बदले। हिन्दुस्थान समाचार/ नेहा पाण्डेय-hindusthansamachar.in

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