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जून-जुलाई में विवाह के मुहूर्त: बाजार में आशान्वित

मंदसौर 30 मई (हिस)। लगातार दूसरे साल भी अप्रैल, मई का वैवाहिक सीजन लॉकडाउन के कारण बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। कोरोना संक्रमण के चलते प्रशासन ने वैवाहिक समारोह पर अंकुश लगा दिया है। जिले में जो विवाह आयोजन हैं उनमें भी सिर्फ 20 लोगों के ही शामिल होने की अनुमति की बात प्रशासन ने कही है। ऐसे में लोगों के सामने समस्या यह है कि वे बारात निकालें या बैंड वालों को बुलाएं। ऐसी स्थिति में कई लोगों ने शादियां आगे बढ़ा दी हैं। यहां तक कि अक्षय तृतीया जैसे महामुहूर्त में भी शादियां नहीं हो सकीं। अब जून में अनलॉक की संभावना बन रही है। प्रशासन यदि विवाह समारोह की अनुमति देता भी है तो जून और जुलाई में विवाह के केवल 10 मुहूर्त ही बचे हैं। जून में 5, 18 से 23 तारीख और जुलाई में 1, 3 और 7 में ही मुहूर्त हैं। इसके बाद नवंबर में विवाह हो सकेंगे। रोक से व्यापार पर असर अप्रैल-मई में लॉकडाउन के दौरान शादियों पर रोक से बाजारों में करोड़ों रुपए की ग्राहकी रुक गई। शादियों के लिए जिन लोगों ने तैयारी की थी, उनकी खरीदारी नहीं हुई। इससे कपड़ा, सोना-चांदी और कास्मेटिक्स बाजार प्रभावित हुआ। कपड़ों के थोक विक्रेता नवीन गुप्ता बताते हैं शहरी क्षेत्र की ग्राहकी काफी प्रभावित हुई। सोना-चांदी बाजार में भी नाममात्र की खरीदी हुई है। सबसे ज्यादा असर टेंट, होटल, केटरर, बैंड और शादी से जुड़े अन्य व्यवसायों पर हुआ। लोगों ने बुकिंग कराई थी, जो निरस्त हो गई। व्यापारियों का कहना है अप्रैल-मई के शादी के सीजन में सालाना कुल कारोबार की 60 प्रतिशत ग्राहकी होती है। दो साल से बाजार ठप है। दूसरी लहर ने फिर प्रभावित किए आयोजन कोरोना की दूसरी लहर ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया। फिर से लॉकडाउन और विवाह समारोह पर रोक के कारण कई लोगों ने शादी आगे बढ़ाई है। अब ये शादियां जून-जुलाई में या फिर नवंबर-दिसंबर के सीजन में होने की संभावना है। यदि जून में लॉकडाउन खुलता है और शादियों के लिए परमिशन दी जाती है तो अधिकांश लोग गाइड लाइन के तहत शादियां करने को तैयार होंगे। पिछले साल निरस्त करना पड़े थे आयोजन कोरोना संक्रमण के कारण 2020 में भी अप्रैल-मई का वैवाहिक सीजन लॉकडाउन में ही निकल गया था। लोगों को शादियां कैंसिल करनी पड़ी थी। इसके बाद नवंबर दिसंबर में शादियां हुईं। तब भी प्रशासन ने सीमित संख्या में मेहमानों के बीच शादियों की परमिशन दी थी। विवाह मुहूर्त कम होने से इसलिए कई लोगों ने अप्रैल-मई 2021 में शादी करने की तैयारी की थी। इस साल भी कोरोना ने सब प्रभावित कर दिया। हिन्दुस्थान समाचार/ अशोक झलौया/राजू

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