पूर्णाहूति के साथ 17 को होगा मकर संक्रांति मेले का समापन
पूर्णाहूति के साथ 17 को होगा मकर संक्रांति मेले का समापन गुना १6 जनवरी (हि.स.)। अंचल में मकर संक्रांति पर्व श्रद्धा भक्ति उत्साह के साथ मनाया गया। विराट हिन्दू उत्सव समिति के तहत प्राचीन धार्मिक स्थलों एवं मंदिरों पर अनुष्ठान, संकीर्तन एवं सत्संग सभाओं का आयोजन हुआ। शहर के निकट मालपुर गुफाओं पर स्थित कुंड में श्रद्धालुओं ने पर्वी स्नान का आनंद लिया एवं गुफा में विराजमान सिद्धेश्वर महादेव के दर्शन लाभ कर मेले का लुत्फ उठाया। 12 जनवरी से प्रारंभ हुए मेले का समापन 17 जनवरी को भंडारे के साथ संपन्न होगा। अब हजारों लोग प्राचीन गुफाओं के दर्शन करने पहुंच चुके हैं। प्राचीन गुफाओं को संरक्षित करने की मांग जिले की पहाडिय़ों, ग्रामीण क्षेत्रों में सैकड़ों प्राचीन गुफाओं की विस्तृत श्रृंखला फैली है। पुराविद एवं समाजसेवी कैलाश मंथन ने पुरातत्व विभाग, भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार का ध्यानाकर्षण करते हुए गुना जिले में फैली प्राचीन पुरा संपदा को संरक्षित करने की मांग की है। कैलाश मंथन के मुताबिक मालपुर की पहाडिय़ों पर करीब आधा सैकड़ा गुफाओं सहित नठाई गांव, ग्राम गढ़ा के जंगलों, गादेर घाटी, केदारनाथ के जंगली क्षेत्र, आरोन रोड पर पचमढ़ी, बेंहटाझिर, चांदौल, टकटइया, बमोरी क्षेत्र के ऊषाखो, कुसुम खो आदि क्षेत्रों में करीब 150 से अधिक प्राचीन गुफाओं की श्रृंखला गुना जिले की बहुमूल्य विरासत है। जिसे संरक्षित करना जरूरी है। अनेकों गुफाओं एवं पहाडिय़ों पर उकेरी गई मूर्तियां अतिक्रमण की चपेट में हैं। सन 1985 से उनका यह खोज अभियान अभी जारी है। पहाडिय़ों में अभी सैकड़ों गुफायें एवं प्राचीन संस्कृति के अवशेष दबे होने के आसार हैं। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक-hindusthansamachar.in