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जय शिवाजी, जय भवानी’ और भारत माता के जयकारे गूंजे

गुना, 19 फरवरी (हि.स.)। महान योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती शुक्रवार को शहर में उत्साह के साथ मनाई गई। इस मौके पर शिवाजी सेवा समिति बलवंत नगर के तत्वाधान में एक वाहन रैली शहर के विभिन्न मार्गों से निकालकर हिन्दू साम्राज्य दिवस मनाया गया। इस मौके पर नुजूल कॉलोनी स्थित हनुमान मंदिर से पूजा अर्चना के साथ जुलूस आरंभ हुआ। जो बलवंत नगर, भार्गव कॉलोनी लक्ष्मीगंज, एबी रोड, सदर बाजार, नीचला बाजार, हाट रोड, हनुमान चौराहे होते हुए कैंट पहुंची। जुलूस में बड़ी संख्या में युवा डीजे की धुन पर केसरिया पताकाओं के साथ झूम रहे थे। जुलूस के सबसे पीछे बग्गी में छत्रपति शिवाजी महाराज की विशाल तस्वीर सुशोभित थी। इस दौरान जुलूस का जगह-जगह भव्य स्वागत हुआ। उल्लेखनीय है कि संवत 1731 में छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा देश में हिन्दू साम्राज्य की स्थापना की गई थी। जुलूस के दौरान युवाओं ने जमकर जय शिवाजी जय भवानी और भारत माता के जयकारें लगाए। शिवाजी के साम्राज्य का ही प्रतीक है भगवा ध्वज- कैलाश मंथन देश पर, धर्म पर, गायों पर, ब्राह्माणों पर, मंदिरों पर, सती नदियों पर और असहाय जनता पर जो अत्याचार निरंकुश यवन शासकों द्वारा हो रहे थे शिवाजी का वीर ह्दय उस आर्त क्रन्दन को सह नहीं सका। युवा शिवाजी ने धर्म, राष्ट्र और संस्कृति की रक्षा के लिए भवानी (शिवाजी की तलवार) की शरण ली। विराट हिउस चिंतन मंच के संस्थापक कैलाश मंथन ने वीर छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर उनके व्यक्तित्व पर विचार प्रकट करते हुए युवकों के बीच कहा कि हिन्दू परंस्पर ही लड़ें, यह महाराज शिवाजी को अभीष्ट नहीं था। महापुरूषों की जयंतियों पर आयोजित चिंतन गोष्ठियों की श्रृंखला में शुक्रवार को छत्रपति शिवाजी महाराज को याद किया गया। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक

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