जबलपुर: कृषि कानून के विरोध में आम आदमी पार्टी ने निकाला पैदल मार्च, ज्ञापन सौंपा
जबलपुर, 14 जनवरी (हि.स.)। आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि कानून के विरोध में प्रदेश संगठन मंत्री डॉ मुकेश जायसवाल के नेतृव में जिला अध्यक्ष मनोहर लाल जाटव नगर अध्यक्ष विकास सोनकर की उपस्थिति में सिविक सेंटर में विरोध प्रदर्शन करते हुये पैदल मार्च निकाला। इस दौरान आप के नेताओं ने जिला कलेक्टर के माध्यम से देश के राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए डॉ मुकेश जायसवाल ने कहा कि आज कृषिप्रधान हमारे देश के नेताओं की किसान विरोधी नीतियों के कारण हमेशा से ही किसान पीडि़त रहा है। जय जवान जय किसान का नारा लगाकर सत्ता के शिखर पर पहुची केंद्र की मोदी सरकार ने सत्ता में आने से पूर्व में अपने मैनिफेस्टों में किसान हितेषी अनेको वादे किए थे, परंतु हर वादे की तरह प्रधानमंत्री मोदी का ये वादा भी जुमला मात्र साबित हुआ। केंद्र की नीति किसान विरोधी है। डॉ मुकेश जायसवाल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में तो किसानों की दुर्दशा ओर भी गंभीर है। यहाँ कर्ज में दबा हुआ किसान सरकार की किसान विरोधी नीतियों की वजह से आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाता है। सरकारी आकड़ो के अनुसार मध्यप्रदेश किसान आत्महत्या में नंबर एक स्थान पर है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि शिवराज खुद को किसान पुत्र बताते है। जबलपुर आम आदमी पार्टी ने महामहिम राष्ट्रपति के नाम नौ मांगों के साथ ज्ञापन सौंप कर मांग की है कि तत्काल किसान विरोधी काले कानून वापस लेकर स्वामी नाथन आयोग की रिपोर्ट अनुसार फसल की लागत का 1.5 गुना ओर न्यूनतम समर्थन मूल्य कानून को मजबूती से लागू करने एवं धरने पर बैठे किसानों द्वारा की गई संपूर्ण मांगो को यथाशीघ्र मानकर उनकी सारी समस्याओं का तत्काल निराकरण करे। हिन्दुस्थान समाचार/ नेहा पाण्डेय-hindusthansamachar.in