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कोचिंग संस्थानों की सुरक्षा के लिहाज से कराएं बारीकी से ऑडिट, कलेक्टर ने दिये निर्देश

कलेक्टर ने कहा- बच्चों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता न हो ग्वालियर, 01 मार्च (हि.स.)। कोचिंग संस्थानों के भवनों का सुरक्षा के लिहाज से बारीकी से ऑडिट कराएँ। खासतौर पर बहुमंजिला भवनों में संचालित कोचिंग संस्थानों में अग्नि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होना चाहिए। यह निर्देश कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने सोमवार को अंतरविभागीय समन्वय बैठक में सभी एसडीएम एवं नगर निगम के अधिकारियों को दिए। उन्होंने शहर के घने बाजारों, अस्पतालों सार्वजनिक एवं निजी भवनों में लगी लिफ्ट, आंगनबाड़ी भवन, छात्रावास, बाल गृह एवं महिला संरक्षण गृहों की भी सुरक्षा को लेकर ऑडिट कराने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि सुरक्षा के लिहाज से ऑडिट के पीछे यह उद्देश्य है कि कोचिंग संस्थानों में बच्चों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता न हो। इसलिये जिन बहुमंजिला भवनों में कोचिंग संचालित हैं, उन भवनों की सभी मंजिलों की सीढिय़ों व गलियारों में धुँए के वेन्टीलेशन की व्यवस्था अनिवार्यत: हो। साथ ही मुख्य विद्युत पैनल व बायरिंग सुरक्षित तरीके से होना चाहिए। भवन में अग्निशमन से संबंधित उपकरण व सामग्री की पर्याप्त उपलब्धता हर समय रहे। उन्होंने कहा कि कोचिंग संस्थानों के संचालकों एवं भवन मालिकों की सुरक्षा के लिये जवाबदेही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने राष्ट्रीय भवन कोड में निर्धारित मानकों के अनुरूप अग्नि सुरक्षा के इंतजाम कराने पर बल दिया। कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिए कि शहर के घने बाजारों में भी अग्नि दुर्घटना की संभावना न रहे। इसलिये हर बाजार का बारीकी से ऑडिट करें। बाजारों की गलियों में विद्युत लाईन प्रॉपर हो और दुकानों में भी अग्नि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हों। उन्होंने कहा इसी तरह शहर के सरकारी एवं निजी छात्रावासों, बाल गृह एवं महिला संरक्षण गृहों में सुरक्षा के लिये ऑडिट कराएँ। साथ ही छात्रावासों एवं बाल व महिला संरक्षण गृहों की मूलभूत सुविधाओं को भी ऑडिट के जरिए सुदृढ़ कराएँ। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की वजह से बंद रहे स्कूल के भवनों की भी ऑडिट कराएँ। स्कूलों में साफ-सफाई बेहतर हो और बच्चों की सुरक्षा से संबंधित उपाय भी सुनिश्चित कराएँ। शहर के सार्वजनिक एवं निजी भवनों में लगी सभी लिफ्ट की अभियान बतौर ऑडिट कराने पर जोर देते हुए कलेक्टर ने कहा कि भवन स्वामियों को साफ-तौर पर ताकीद कर दें कि सुरक्षा मानकों के अनुरूप लिफ्ट में सभी इंतजाम होने चाहिए। साथ ही लिफ्ट की नियमित रूप से तकनीकी जाँच व मरम्मत कराते रहें। इस आशय के प्रमाण-पत्र भी भवन मालिकों से लिए जाएँ। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश

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