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जंगल बचाने सैकड़ो ग्रामीणों ने लगाई गुहार

- भूमि पर अतिक्रमण की शिकायत एडीएम को की बुरहानपुर, 29 जून (हि.स.)। जिले के जंगलों में वन भूमि पर कई बार बाहर से आए हुए अतिक्रमणकारी कब्जा कर हरियाली को तहस-नहस कर अतिक्रमण कर लेते हैं और जो वनवासी बरसों से उन जंगलों में पर्यावरण की रक्षा कर रहे हैं उनको इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। ऐसे ही एक मामला सामने आया है, जिसमें ग्राम भोंराघाट घाट से सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण वनवासी संयुक्त कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। यहां पहुंचकर उन्होंने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। इन ग्रामीणों का कहना है कि दूसरे शहरों से कुछ लोग आकर हमारे बरसों पुरानी भूमि पर कब्जा कर रहे हैं और हमने कुछ भूमि को अपने खून पसीने से सिंचाई की है। वह जबरदस्ती आकर अतिक्रमण कर रहे हैं और वाद-विवाद की स्थिति पैदा कर रहे हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि जल्द से जल्द भोराघाट से उन अतिक्रमणकारियों को हटाया जाए वरना आगे जो भी हालत बनेगी उसकी सारी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी। साथ ही ग्रामवासियों ने मांग नहीं मानने पर आगामी चुनावों का बहिष्कार करने की दी चेतावनी दी। ज्ञापन एडीएम शैलेन्द्रसिंह सोलंकी को सौंपा गया। ग्रामीणों को ही बेदखल कर रहे है अतिक्रमणकारी वन ग्राम भौराघाट के जंगलों में अतिक्रमणकारियों द्वारा हजारों पेड़ों की बलि दी जा चुकी है। ग्रामीणों ने वन विभाग के आला अधिकारियों के सामने कई बार शिकायत की है। लेकिन नतीजा सिफर ही निकला। यहां के अतिक्रमणकारी रहवासियों को जान से मारने की धमकी देते है। अब तो यह हालत हो गई है कि रहवासी भी जंगल में जाने से डरते है। अतिक्रमणकारी धीरे-धीरे गांव की तरफ भी बढ़ रहे है। ग्रामीण को अतिक्रमणकारियों के डर से अपना घर भी छोड़ना पड़े। सांठ-गांठ से बढ़ रहा है भौराघाट के जंगलों में अतिक्रमण भौराघाट के 100 से ज्यादा ग्रामीणों ने अतिक्रमण को बढावा देने के लिए वन विभाग को जिम्मेदार ठहराया। ग्रामीणों ने कहा कि जंगलों में हो रही कटाई के बारें में वन विभाग को समस्त जानकारी है। लेकिन वन विभाग के लोग सांठ गांठ कर इन अतिक्रमणकारियों को बढावा देकर जंगल की कटाई करवा रहे है। ग्रामीणों ने कहा कि वन विभाग के लोग हमें जंगल से जलाऊ लकड़ी नही लाने दे रहे है। जबकि हमारे पास प्रषासन द्वारा सामुहिक उपभोग करने का पटटा भी है। भौराघाट कही घाघरला ना बन जाये ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन इन अतिक्रमणकारियों पर कार्यवाही करता है तो यह अतिक्रमणकारी यहां से चले जाऐगें। नही तो जो हाल घाघरला में हुआ था कुछ समय बाद भौराघाट में भी वही स्थिति बन सकती है। ग्रामीणों ने कहा कि आज वह लोग कम संख्या में है तो उन्हे हटाया जा सकता है। घाघरला के ग्रामीणों को भी अपने जंगलों में से अतिक्रमणकारियों को हटाने के लिए काफी संघर्ष का सामना करना पड़ा था। वही भौराघाट में ऐसी स्थिति नही निर्मित हो इसलिए प्रशासन को अतिक्रमणकारियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्यवाही करना पडे़गा। इस संबंध में बुरहानपुर एडीएम शैलेंद्रसिंह सोलंकी का कहना है कि भौराघाट के ग्रामीणों ने बाहरी अतिक्रमणकारियो द्वारा जंगल में कब्ज़ा करने की बात कही है। जल्द ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के साथ क्षेत्र का दौरा कर उचित कार्रवाई की जाएंगी। हिन्दुस्थान समाचार/निलेश जूनागढ़े

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