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गृह आधारित नवजात शिशु की देखभाल का दल ने किया निरीक्षण

गुना, 10 फरवरी (हि.स.)। शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए इन दिनों ग्रामीण स्तर पर विशेष अभियान चलाया ज रहा है, जिसे नवजात शिशु एवं यंग चाइल्ड नाम दिया गया है। अभियान के तहत बीनागंज में आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर बच्चों के उचित पोषण एवं देखभाल से जुड़ी अहम जानकारी उसकी मां व अन्य परिजनों को दे रही हैं। इस अभियान की जमीनी हकीकत जानने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन का एक दल बुधवार को भोपाल से बीनागंज पहुंचा। दल के सदस्यों ने ग्राम पटौदी, रानीखेजड़ा, खातोली एवं पेंची में 50 बच्चों के घर जाकर आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी ली। जानकारी के मुताबिक घर-घर जाकर गृह भेंट देने के इस अभियान का उद्देश्य गर्भवती महिला की डिलीवरी उपरांत बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण और उनकी देखभाल करना है। जिसके तहत बच्चे जन्म के उपरांत से लेकर 3 माह, 6 माह, 9 माह, 12 माह एवं 15 माह तक के बच्चों के उचित पोषण व देखभाल की जिम्मेदारी आशा कार्यकर्ता संभाल रही हैं। बीएमओ डॉ टिंकू वर्मा ने बताया कि दल में डॉ अनुराग, रजत खन्ना, प्रबल त्रिपाठी एवं मुकेश रघुवंशी शामिल रहे। भ्रमण में बीसीएम हेमंत गौड़ द्वारा दल का सहयोग किया गया। आशा सहयोगी राधा साहू, सुमिता मीणा, शोभा मीणा, ममता सेन के अलावा ग्राम की आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद रहीं। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक-hindusthansamachar.in

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