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भर्तृहरि प्रसंग शनिवार से, शोध संगोष्ठी के साथ कथक व लोकनृत्यों की होगी प्रस्तुति

उज्जैन, 22 जनवरी (हि.स.)। कालिदास संस्कृत अकादमी मप्र संस्कृति परिषद उज्जैन द्वारा द्विदिवसीय भर्तृहरि प्रसंग का आयोजन शनिवार, 23 जनवरी से कालिदास संस्कृत अकादमी के अभिरंग नाट्यगृह में किया जा रहा है। इस समारोह का शुभारम्भ शनिवार सुबह 11.30 बजे साहित्य अकादमी भोपाल के निदेशक डॉ. विकास दवे मुख्य आतिथ्य, विक्रम विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति आचार्य रामराजेश मिश्र की अध्यक्षता तथा हिन्दी अध्ययनशाला के विभागाध्यक्ष आचार्य शैलेन्द्र कुमार शर्मा के सारस्वत आतिथ्य में होगा। कार्यक्रम के प्रभारी डॉ. सन्दीप नागर ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि शुभारम्भ के बाद भर्तृहरि की सामाजिक समरसता विषय पर शोध संगोष्ठी होगी, जिसमें डॉ.पूरन सहगल, मनासा की अध्यक्षता में एवं प्रो.अजिता त्रिवेदी, की विशिष्ट सन्निधि रहेगी। जिसमें डॉ.प्रद्युम्न भट्ट, भानपुरा, डॉ. आरसी ठाकुर, महिदपुर, डॉ.नवीन मेहता, साँची, डॉ.श्रेयस कौरान्ने, शहडोल डॉ.स्वामीनाथ पाण्डेय, डॉ. तुलसीदास परौहा, डॉ.विवेक चौरसिया, डॉ. शुभम शर्मा, कैलाशनारायण शर्मा, रश्मि बजाज, डॉ.अखिलेश कुमार द्विवेदी, समस्त उज्जैन विद्वानों द्वारा शोधपत्रों का वाचन करेंगे। वहीं, अगले दिन 24 जनवरी को सायं 5 बजे भर्तृहरि साहित्य पर केन्द्रित कथक एवं लोकनृत्यों की प्रस्तुति प्रतिभा संगीत एवं कला संस्थान के कलाकारों द्वारा प्रतिभा रघुवंशी के निर्देशन में द्वारा की जाएगी। समस्त कार्यक्रम अभिरंग नाट्यगृह कालिदास संस्कृत अकादमी में आयोजित होंगे। अकादमी के इस महनीय आयोजन में समस्त नागरिक, साहित्यकार, रंगकर्मी आमंत्रित हैं। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश-hindusthansamachar.in

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