भड़की नरवाई की आग, बाल-बाल बचीं आदिवासी बस्तियां
गुना, 04 अप्रैल (हि.स.)। सेहराई में रविवार दोपहर के समय अचानक पुलिस चौकी के पीछे सैकड़ों बीघा खेतों में आग की लपटें उठने लगी। यह आग कारातला, ढिमचोली के पीछे से होते हुए लगभग तीन-चार किलोमीटर के क्षेत्र में फैल गई और सेहराई में आदिवासी मोहल्ला, बस स्टैंड मोहल्ला एवं सिगारदा और नदी के पीरों घाट तक अग्नि ने विशाल रूप ले लिया। देखते ही देखते बस्ती में भागदौड़ मच गई। इस आग में कई खेत व खलिहानों की बागड़ जल गई। स्थानीय निवासियों एवं ग्रामीणों की सजगता से एवं उनके प्रयासों से आग पर काबू पाया जा सका। कुछ ही देर में मुंगावली व चंदेरी से दो दमकल भी आग बुझाने के लिए आ गईं थीं। ज्ञात हो कि पिछले वर्ष भी सेहराई में कम से कम 10 किलोमीटर के क्षेत्र में नरवाई के कारण आग लग गई थी और काफी नुकसान हुआ था। प्रतिबंध के बाद भी नरवाई में आग लगा दी जाती है। सेहराई के जागरूक लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि पहले तो सभी लोगों को एक बैठक करके उचित समझाइश दें कि कोई भी नरवाई में आग ना लगाएं और यदि इसके बाद भी नहीं मानता है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाए। हिन्दुस्थान समाचार/अभिषेक/राजू