खाद्य प्रसंस्करण उद्योग लगाएं किसान, सरकार देगी अनुदान : राज्यमंत्री कुशवाह
भोपाल, 09 जनवरी (हि.स.)। किसान पारंपरिक खेती के साथ-साथ फल, फूल, मसाला, सब्जियाँ एवं औषधीय वनस्पति की खेती करें। साथ ही उपज की अधिक कीमत प्राप्त करने के लिये खाद्य प्रसंस्करण उद्योग लगाएं। इन सभी उद्यानिकी फसलों एवं खाद्य प्रसंस्करण यूनिट लगाने के लिये प्रदेश सरकार 50 प्रतिशत तक अनुदान देती है। यह बात प्रदेश के उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह ने शनिवार को ग्वालियर जिले के बेरजा में आयोजित जन समस्या निवारण शिविर सह विकास कार्यों के भूमिपूजन कार्यक्रम में कही। उन्होंने इस अवसर पर लगभग एक करोड़ 21 लाख रुपये लागत के विकास कार्यों की आधारशिला रखी। जिसमें लगभग एक करोड़ 10 लाख रुपये लागत की नल-जल योजना शामिल है। कार्यक्रम में राज्य मंत्री कुशवाह ने कहा कि किसानों की आय तभी दोगुनी होगी जब वे पारंपरिक खेती के साथ-साथ उद्यानिकी फसलें भी प्रमुखता से अपनायेंगे। साथ ही किसान सरकारी अनुदान पर खाद्य प्रसंस्करण यूनिट लगाकर अपने पूरे परिवार को रोजगार से जोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार खेतों की चैन फैंसिंग के लिये भी अनुदान मुहैया कराती है। उन्होंने कहा कि अधिकारी सरकार की सुशासन की अवधारणा को मूर्तरूप दें। मंत्री कुशवाह ने जन समस्या निवारण शिविर में मौजूद अधिकारियों से कहा कि सुशासन पर प्रदेश सरकार का विशेष जोर है। इसलिये सभी अधिकारी ध्यान रखें कि जनता के सभी काम बिना कठिनाई के और तेजी से हो जाएं। यदि अधिकारियों ने ढ़िलाई बरती तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश-hindusthansamachar.in