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किसान फसल के दाम के लिए नहीं, निवाला छीनने की साजिश के खिलाफ भी लड़ रहाः जसविंदर सिंह

अनूपपुर, 19 फरवरी (हि.स.)। देश में चल रहा किसान आंदोलन सिर्फ देश का ही नहीं, बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा आंदोलन है। इस शांतिपूर्ण ऐतिहासिक किसान आंदोलन में 216 से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं, मगर कारपोरेट की सरकार के पास उनकी संवेदना के लिए एक भी शब्द नहीं है। यह बात शुक्रवार को मध्यप्रदेश किसान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष जसविंदर सिंह ने जैतहरी में किसानों के अनिश्चितकालीन धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि देश का किसान कहीं भी अपनी फसल बेच सकता है, जबकि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कहते हैं कि यदि दूसरे राज्य का किसान मध्य प्रदेश में अपनी फसल बेचने आएगा तो उसकी फसल और ट्रैक्टर को जब्त कर लिया जाएगा। जाहिर है कि जब दोनो में कोई तो झूठ बोल रहे हैं। जसविंदर सिंह ने कहा कि मंडी व्यवस्था खत्म होने से हम्माल पल्लेदारों का रोजगार चला जायेगा। सरकारी खरीद बंद,गरीबों को मिलने वाला राशन भी बंद हो जायेगा। यह कानून गरीब के मुंह का निवाला छीन कर अंबानी और अडानी की तिजोरी में बंद करने की सरकार की साजिश है। भाजपा सरकार ठेका खेती के माध्यम से किसान को उसके ही खेत में मजदूर बनाने साथ ही देश की खाद्यान्न सुरक्षा को भी संकट में डालने की साजिश है। उन्होंने कहा कि सरकार कहती है कि यह दो राज्यों का आंदोलन है जबकि गुरूवार को ही देश के हर राज्य में एक हजार से ज्यादा स्थानों पर किसानों ने रेलें रोकी हैं। उन्हांने किसानों से आंदोलन को तेज करने की अपील की और प्रशासन से दमन का रास्ता छोडऩे को कहा। हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश शुक्ला

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