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सबकुछ बंद है फिर भी संक्रमित मरीजों की संख्या का आंकड़ा तोड़ रहा है रिकार्ड

रतलाम,6 मई (हि.स.)। जिले में कोरोना कर्फ्यू केे दौरान सबकुछ बंद है, किराना दुकान, सब्जी,फलफ्रूट फिर भी कोरोना संक्रमित के मरीजों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। यह आंकड़ा बुधवार को तो 385 तक पहुंच गया। मई माह में ढाई सौ से उपर ही संक्रमित मरीजों का आंकड़ा आ रहा है, जो चिंता का विषय है। यह भी विचारणीय प्रश्न है कि ग्रामीण इलाकों में संक्रमित मरीजों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। किल कोरोना अभियान की जानकारी नहीं किल कोरोना अभियान ग्रामीण इलाकों में चलाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं, ताकि घर-घर जाकर संक्रमित मरीजों का पता लगाया जा सके, लेकिन प्रशासन स्तर पर ऐसी कोई जानकारी नहीं मिल रही है कि यह अभियान कितने गांवों में चल रहा है और कितने दल इस अभियान में जुटे हैं। केवल ग्रामीण प्रतिनिधियों के हवाले से ही यह खबर छप रही है कि गांवों में कोरोना का असर कितना है। प्रचार-प्रसार न के बराबर मेडिकल बुलेटिन में जो आंकड़े आ रहे है उसमें भी सबसे अधिक आंकड़े ग्रामीण इलाकों के ही नजर आ रहे हैं। जावरा क्षेत्र में विधायक राजेन्द्र पाण्डेय ने लगातार ग्रामीण इलाकों का भ्रमण कर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए शासन स्तर पर प्रयास किए हैं और भी कई स्थानों पर जनप्रतिनिधि सक्रिय हैं, लेकिन प्रयासों को संतोषप्रद कहा जाए यह मुश्किल है। ग्रामीण इलाकों में शासन स्तर पर जो प्रयास हो रहे हैं उसका प्रचार-प्रसार न के बराबर है। कायदे से विकासखंड स्तर पर स्वास्थ्य और प्र्रशासनिक अधिकारियों को मीडिया में यह जानकारी देना चाहिए कि उनके विकासखंड में कोरोना संक्रमण की क्या स्थिति है। लॉकडाउन बढ़ेगा तो गरीबों पर पड़ेगा असर जिले में लॉकडाउन को एक माह होने आया है और चर्चा यह भी है कि यह लॉकडाउन 17 मई तक बढ़ सकता है, ऐसे में गरीब और निर्धन वर्ग की क्या स्थिति होगी कल्पना की जा सकती है। न किराने का सामान मिल रहा है, न दवाई की दुकानें बराबर खुली है, न आटा चक्की खुली और न सब्जी व फल-फ्रूट मिल रहे हैं। यदि 17 मई तक जनता कर्फ्यू निरंतर रहा तो आपदा प्रबंधन समिति को यह निर्णय करना पड़ेगा कि आगे की व्यवस्था कैसी रहेगी ताकि लोगों को रोजमर्रा की वस्तुएं सुलभ हो सकें। कम समय के लिए ही छूट दी जाना चाहिए ताकि लोगों की राशन पानी की व्यवस्था हो सके। लोगों के पास पैसे भी नहीं लोगों की यह भी शिकायत है कि बैंकों से पैसा नहीं मिल रहा है और ना एटीएम से बराबर राशि मिल पा रही है। कई एटीएम तो पैसे के अभाव में खाली पड़े है। जरूरी नहीं है कि हर किसी के पास एटीएम कार्ड हो वह अपनी आवश्यकता की पूर्ति बैंकों सेे छोटी-मोटी राशि निकालकर करता है, लेकिन कोरोना संक्रमण केे कारण बैंकों में भी व्यवहार बंद है आगे भविष्य में क्या होगा लोग चिंतित और परेशान है। मृतकों की संख्या 215 हुई मई माह में ही कोरोना संक्रमण का आंकड़ा तेजी से बढ़ा और मरने वालों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। बुधवार को पांच लोगों की मृत्यु हुई तथा 316 पाजीटिव मरीज डिस्चार्ज हुए। 855 मरीजों की सेम्पल रिपोर्ट तथा सुपराटेक से 1219 मरीज की रिपोर्ट आना बाकी है। आईसोलेशन वार्ड में एक्टिव मरीजों की संख्या 2020 है। कंटेेनमेंट एरिये की संख्या 2690 पहुंच गई है। अभी तक 12,525 पाजीटिव मरीज जिले में पाए गए है। 1 लाख 30 हजार 567 संदिग्ध मरीजों का परीक्षण किया जा चुका है। हिंदूस्थान समाचार / शरद जोशी

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