जिला अस्पताल में इमरजेंसी सेवाएं बीमार, एक हफ्ते से सीटी स्कैन मशीन खराब
गुना, 02 जनवरी (हि.स.)। जिले की 16 लाख की आबादी के स्वास्थ्य का जिम्मा संभालने वाले जिला अस्पताल में इमरजेंसी सेवाओं की स्थिति बेहद खराब है। यहां की सीटी स्कैन मशीन पिछले लंबे समय से खराब बनी हुई है। जिसके कारण सिर में गंभीर चोट वाले मरीजों को प्राइवेट अस्पताल व मेडिकल कॉलेज रैफर किया जा रहा है। जिससे मरीजों के साथ-साथ परिजनों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। चिंताजनक बात तो यह है कि सीटी स्कैन कराने अशोकनगर जिले से भी मरीजों को गुना जिला अस्पताल रैफर किया जा रहा है। लेकिन मरीजों को यहां आकर निराशा ही हाथ लग रही है। ताजा उदाहरण शुक्रवार और शनिवार को देखने को मिले। इस दौरान विभिन्न दुर्घटनाओं में हैड इंजरी के 6 केस आए। लेकिन उनकी जांच जिला अस्पताल में नहीं हो सकी। क्योंकि यहां की सीटी स्कैन मशीन खराब पड़ी है। जिसे सुधरवाने के लिए प्रबंधन ज्यादा गंभीर नहीं है। - मशीन खराब या मरीजों के प्रति षड्यंत्र जिला अस्पताल की सीटी स्कैन मशीन ज्यादातर समय खराब ही बनी रहती है। मरीजों को इसका लाभ बहुत कम ही मिल पाता है। पड़ताल में सामने आया है कि इस मशीन को खराब बताने के पीछे कमीशन का खेल है। मरीजों को अस्ताल की मशीन खराब बताकर प्राइवेट अस्पताल में जांच कराने के लिए लिख दिया जाता है। यदि कोई मरीज परिजन इसमें आनाकानी करता है तो उसे भोपाल जाने की सलाह दे दी जाती है। कई मरीज भोपाल जाने की असुविधा से बचने प्राइवेट में जांच करा लेते हैं लेकिन असली परेशानी गरीब मरीजों को आती है। - मरीजों की पीड़ा उनकी जुबानी निहालदेवी से गांव जाते समय बाइक दुर्घटना में घायल होने से सिर में गंभीर चोट आई थी। रात में ही डॉक्टर ने प्राइवेट अस्पताल में जाकर सीटी स्कैन कराने के लिए लिख दिया। मजबूरी में रात 11 बजे प्राइवेट हॉस्पिटल में 4 हजार रुपये में जांच करानी पड़ी। अनिल अहिरवार, ग्राम देरखा - सिर में गंभीर चोट है। अशोकनगर जिला अस्पताल से डॉक्टर ने सीटी स्कैन कराने गुना अस्पताल भेजा। लेकिन यहां डॉक्टर ने जांच न होने की बात कहकर बाहर जाने के लिए लिख दिया। हमारे पास इतने पैसे नहीं हैं कि प्राइवेट अस्पताल में जांच करा सकें। घंसू, अशोकनगर - यह बोले जिम्मेदार सीटी स्कैन मशीन एक हफ्ते से खराब है। जिसे रिपेयर करने इंदौर भेजा है। जिला अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट के दो पद लंबे समय से खाली हैं। वर्तमान में जिनसे काम लिया जा रहा है वह रिटायर होने के बाद कॉन्टेक्ट बेस पर सेवाएं दे रहे हैं। जो कोविड मरीजों के चेस्ट एक्सरे को रीड करने में भी पूरी तरह से ट्रेंड नहीं हैं। इसलिए इस समय वह केवल हैंड इंजरी की सीटी स्कैन को ही रीड करते हैं। डॉ हर्षवर्धन जैन, सीएस हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक-hindusthansamachar.in