सदा ही पतन का कारण बनता है अहंकार
गुना, 22 फरवरी (हि.स.)। पिपलेश्वर धाम पर इन दिनोंं श्रीराम कथा का आयोजन चल रहा है। सोमवार को कथा के चौथे दिन भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया गया। इस मौके पर मंदिर परिसर बधाईयों से गूंज उठा। श्रद्धालुओं के बीच टॉफियां बांटी गई, खिलौने लुटाए गए। इस अवसर पर परिसर को आकर्षक रूप से सजाया गया। कथावाचक बालसंत शाश्वत ने राम के जन्म का प्रसंग सुनाया। उन्होंने कहा कि जब इस धरती पर पाखंडियों और दुष्टों का बोलबाला हो जाता है और साधु संतों तथा सज्जनों को सताया जाता है तब-तब भगवान धरती पर अवतरित होते हैं और दुष्टों का संहार करके धर्म की रक्षा करते हैं। बालसंत ने कहा कि अहंकार सदा ही पतन का कारण बनता है। हमेशा से ही अहंकार का नाश ही हुआ है। चाहे वह राजा रावण हो या अत्याचारी कंस। इतिहास गवाह है कि अहंकारी का सर्वनाश होता है। श्रद्धालुओं से खचाखच भरे पंडाल में भगवान के बालरूप की सुंदर झांकी के दर्शन किए। इस मौके पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक