ब्लेक फंगस के इलाज के दौरान इंजेक्शन लगाने पर मरीजों को आई कंपकपी
सीएमएचओ बोले: सबकुछ ठीक है,चिंता न करें उज्जैन,18 जून (हि.स.)। शहर के शासकीय जिला अस्पताल में 35 मरीजों का ब्लेक फंगस का उपचार चल रहा है। कल रात्रि में एंटी फंगस इंजेक्शन लगाने के बाद कुछ मरीजों को कंपकपी आई और कुछ को बुखार। शरीर में जलन भी महसूस हुई। परिजनों की शिकायत के साथ ही मरीजों में दहशत फैल गई। हालांकि आज सीएमएचओ डॉ.महावीर खण्डेलवाल ने मीडिया को बयान जारी किया कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है। सबकुछ ठीक है,चिंता न करें। ब्लेक फंगस में उपचार के लिए उपयोग आनेवाले एम्फोटेरेसिन-बी 100 एमजी इंजेक्शन की कीमत अत्यधिक होने तथा करीब 4 लाख रू. तक के इंजेक्शन लगने के चलते अब इस बीमारी के मरीज जिला अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं क्योंकि यहां पर इंजेक्शन नि:शुल्क लगते हैं। यही कारण है कि एक सप्ताह में यहां मरीजों की संख्या 5 से 35 तक पहुंच गई है। हालांकि यहां से उन मरीजों को उपचार के लिए एम व्हाय हॉस्पिटल,इंदौर भेजा जा रहा है,जिनको संक्रमण आंखों में आ गया है और मस्तिष्क में पहुंचने का खतरा है। शेष का उपचार जारी है। परिजनों का आरोप था कि कल रात्रि में जब इंजेक्शन लगाए गए तो मरीजों को जलन,कंपकपी,बुखार आया। हालांकि यहां की नोडल अधिकारी डॉ.अंशु वर्मा अरोरा ने चर्चा में कहाकि पोस्ट कोविड मरीजों को इसप्रकार के लक्षण आ ही जाते हैं। लेकिन इसके चलते मरीज एवं परिजन पूरी रात सो नहीं सके और घबराहट में रहे। दो मरीजों को तबियत बिगडऩे पर उपचार के लिए इंदौर रैफर किया गया। इस मामले में सीएमएचओ डॉ.महावीर खण्डेलवाल का कहना था कि चिंता न करें,सबकुछ ठीक है। इंजेक्शन लगाने से कोई रिएक्शन नहीं हुआ है। हिंदुस्थान समाचार/ललित ज्वेल