दिग्विजय को प्राथमिकता देना दलित का अपमान : विष्णुदत्त शर्मा

दिग्विजय को प्राथमिकता देना दलित का अपमान : विष्णुदत्त शर्मा
दिग्विजय को प्राथमिकता देना दलित का अपमान : विष्णुदत्त शर्मा

भोपाल, 14 जून (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि दलितों को दबाने और उन्हें भ्रमित करने का कांग्रेस का पुराना इतिहास रहा है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण राज्यसभा चुनाव में नजर आ रहा है। कांग्रेस द्वारा अपने 2 प्रत्याशियों में से दिग्विजय सिंह को पहली प्राथमिकता देकर दलित चेहरे फूलसिंह बरैया को दूसरे नंबर का प्रत्याशी घोषित करना कांग्रेस के दलित विरोधी चेहरे को उजागर करता है। कांग्रेस को पता है कि उसका दूसरा प्रत्याशी चुनाव संख्या बल कम होने के कारण जीत ही नहीं सकता। प्रदेश की जनता और अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों को कांग्रेस के बारे में सोचना चाहिए। शर्मा ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कांग्रेस दलितों को आगे बढ़ता हुआ नहीं देखना चाहती है। कांग्रेस दलितों के नाम की सिर्फ राजनीति करती है जबकि हकीकत में उसने दलितों को दबाने का काम किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राज्यसभा के प्रत्याशी फूलसिंह बरैया को सिर्फ इसलिए पहली प्राथमिकता पर नहीं रखा क्योंकि वह दलित हैं और दलितों को भ्रम में रखने और उनका अपमान करने का कांग्रेस का पुराना इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि नेहरू जी ने दलितों के मसीहा बाबा अंबेडकर को 2 बार चुनाव हरवाया था। इंदिरा गांधी ने बाबू जगजीवन राम का अपमान किया। राजीव गांधी ने सीताराम केसरी का अपमान किया और अब वही इतिहास सोनिया गांधी और राहुल गांधी के इशारे पर मध्यप्रदेश में दोहराया जा रहा है। दिग्विजय सिंह को राज्यसभा प्रत्याशी के तौर पर पहली प्राथमिकता देकर दलित नेता फूलसिंह बरैया का अपमान करना कांग्रेस की दलित विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। जिसके कारण सरकार गिरी, उसे राज्यसभा क्यों भेज रहे हैं कमलनाथ विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि कमलनाथ जी कह रहे थे कि दिग्विजय सिंह के भ्रम में रखने और झूठ बोलने के कारण उनकी सरकार गिरी। कमलनाथ जी बताएं कि आप किस दबाव में है ? जिस व्यक्ति के कारण आपकी सरकार चली गयी, उसे आप फिर राज्यसभा भेज रहे हैं। शर्मा ने कांग्रेस के विधायकों से प्रश्न करते हुए कहा कि क्या कांग्रेस के सभी विधायक उस चेहरे को राज्यसभा भेजेंगे, जिसने आपकी सरकार को गिराया? दिग्विजय सिंह ने मध्यप्रदेश का बंटाढार किया ही था, लेकिन उन्होंने कांग्रेस का भी बंटाढार किया। कांग्रेस विधायकों को इस बारे में सोचने की आवश्यकता है। दिग्विजय और कमलनाथ के दबाव में बोल नहीं पा रहे कांग्रेस विधायक एक सवाल के जवाब में शर्मा ने कहा कि कांग्रेस में अंर्तद्वंद और अंर्तविरोध आज से नहीं चल रहा है, उसका परिणाम है कि कांग्रेस में विस्फोट हुआ। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अंदर भी ऐसे विधायक हैं जो हमेशा मध्यप्रदेश के विकास के बारे में सोचते है, लेकिन वे दिग्विजय सिंह की छाया और कमलनाथ के दबाव के कारण बोल नहीं पाते। उन्होंने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को सड़कों पर उतरने की बात इसलिए बोलनी पड़ी क्योंकि कमलनाथ सरकार लगातार मध्यप्रदेश के साथ दुराचार कर रही थी। उस समय कुछ लोगों ने सरकार के उस गलत कदम के कारण जनता के लिए आवाज मुखर की और सरकार गिरी। हिन्दुस्थान समाचार/केशव दुबे-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in