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बसंत पंचमी पर श्रद्धालु कर सकेंगे भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन-पूजन

मंदसौर, 15 फरवरी (हि.स.)। कलेक्टर मनोज पुष्प के आदेशानुसार मंगलवार, 16 फरवरी को बसंत पंचमी से भगवान पशपतिनाथ मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश भक्तों के लिए खोल दिया जायेगा। जिसके लिए सभी तैयारियों मंदिर प्रबंध समिति ने पूर्ण कर ली है। सोमवार को गर्भगृह की साफ - सफाई के पश्चात दान पेटी रखी गई व अन्य तैयारियां पूर्ण की गई। उल्लेखनीय है कि पिछले कोरोना के कारण लगे लाॅकडाउन के कारण देश भर के मंदिरों के साथ भगवान पशुपतिनाथ जी का मंदिर भी बंद हो गया था। अनलाॅक के बाद मंदिर तो भक्तों के लिए खुल गया था लेकिन मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश भक्तों के लिए वर्जित था, जिसे विगत दिनों कलेक्टर मनोज पुष्प ने आदेश जारी कर बसंत पंचमी से खोलने को कहा। अब भक्त गण भगवान पशुपतिनाथ मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश कर भगवान के दर्शन वंदन कर सकेंगे। महावजनी महाघण्टा होगा भूतभावन पशुपतिनाथ को समर्पित जनसहयोग से निर्मित 3700 किलो वजनी महाघण्टा आज बसंती पंचमी के पावन दिवस को अद्वितीय भूतभावन भगवान पशुपतिनाथ महादेव मंदिर को समर्पित होगा। भारत वर्ष में सबसे बड़ा व सबसे अधिक वजनी यह महाघण्टा भव्य शोभायात्रा के रूप में मंदिर पहुंचेगा। श्री कृष्ण कामधेनु सामाजिक संस्था द्वारा वर्ष 2015 के अनन्त चतुदर्शी पर्व से इस महाघण्टा को लेकर तैयारियां शुरू की थी। मंदसौर जिले के साथ-साथ आसपास क्षेत्रों के गांवों, कस्बों, नगर के गली मोहल्लो में महाघण्टा हेतु 146 पीतल यात्राएं निकालकर जन-जन से पीतल, ताम्बा, नगद राशि एकत्र किया, जिससे यह महाघण्टा साकार रूप ले सका। पशुपतिनाथ महादेव मंदिर में समर्पित करने से पूर्व यश नगर स्थित श्री रामेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रातः 10.30 बजे से शोभायात्रा निकाली जाएगी जो पुराना आरटीओ ऑफीस, जिला पंचायत कार्यालय, महाराणा प्रताप बस स्टेण्ड, सरदार वल्लभभाई चैराहा, गांधी चैराहा, नेहरू बस स्टेण्ड, घण्टाघर, सदर बाजार, मण्डीगेट, खानपुरा नई पुलिया होते हुए श्री पशुपतिनाथ पहुंचेगी। इस शोभायात्रा में ढोल, बैण्ड, भगोरिया नृत्य, केसरिया ध्वज टोली, कलशधारी महिलाएं, बग्गी पर भगवान श्री पशुपतिनाथ की तस्वीर के साथ सुज्जजीत ट्राले पर महाघण्टा नगर में निकलेगा। जिसका जगह-जगह भक्तों द्वारा स्वागत किया जाएगा। हिन्दुस्थान समाचार/अशोक झलौया-hindusthansamachar.in

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