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दिन का पारा अब 35 डिग्री सेल्सियस के पास

ग्वालियर, 26 फरवरी (हि.स.)। मध्य प्रदेश में वर्तमान में कोई वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं है। इससे मौसम पूरी तरह शुष्क है। आसमान साफ रहने से सूरज के तेवर दिनों दिन तीखे होते जा रहे हैं। हवाओं का रुख भी बार-बार बदल रहा है। उत्तर भारत की ओर से हवाएं नहीं आने से दिन के साथ-साथ रात के तापमान में भी धीरे-धीरे बढ़ोतरी हो रही है। हवाओं की गति 10 किलोमीटर प्रति घंटा होने से पेड़ों के सूखे पत्ते हवा के साथ बिखरने लगे हैं। अभी आगामी दो दिन तक मौसम ऐसा ही बना रहने की संभावना है। हालांकि इस दौरान तापमान में कुछ उतार-चढ़ाव भी हो सकता है। मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार, वर्तमान में पाकिस्तान और उससे लगे उत्तर भारत में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, लेकिन इस सिस्टम का ग्वालियर-चम्बल अंचल के मौसम पर कोई प्रभाव नहीं है। हालांकि इस सिस्टम के कारण हवाओं का रुख बार-बार बदल रहा है। दक्षिणी और पश्चिमी हवाओं के कारण धूप के तेवर तीखे हो रहे हैं। इस वजह से दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। वातावरण गर्म होने से पेड़ों के पत्ते प्राकृतिक प्रक्रिया के तहत सूखने लगे हैं। हवाएं तेज होने से पेड़ों से सूखे पत्ते झडऩे लगे हैं। इस तरह से पतझड़ की शुरुआत हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी दो दिन तक अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर ही बना रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव समाप्त होने के बाद 28 फरवरी से हवाओं के रुख में बदलाव होगा। ठंडी हवाएं चलेंगी, जिससे हर दिन नए पायदान पर चढ़ते तापमान पर कुछ लगाम लगेगी और समय से पहले आई गर्मी में कुछ कमी आएगी। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की तुलना में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 0.3 डिग्री सेल्सियस आंशिक वृद्धि के साथ 34.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो औसत से 6.9 डिग्री सेल्सियस अधिक है। न्यूनतम तापमान भी 1.0 डिग्री सेल्सियस वृद्धि के साथ 15.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह भी औसत से 3.7 डिग्री सेल्सियस अधिक है। आज हवाएं दक्षिणी चलीं, जिनकी गति आठ से दस किलोमीटर प्रति घंटा थी। आज सुबह हवा में नमी 50 प्रतिशत दर्ज की गई, जो सामान्य से आठ प्रतिशत कम है, जबकि शाम को हवा में नमी 29 प्रतिशत दर्ज की गई। यह भी सामान्य से एक प्रतिशत कम है। हिन्दुस्थान समाचार/शरद

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