cpim-accuses-the-state-government-of-creating-fake-shortage-of-seeds-and-fertilizers
cpim-accuses-the-state-government-of-creating-fake-shortage-of-seeds-and-fertilizers

माकपा ने राज्य सरकार पर लगाया खाद-बीज की नकली किल्लत पैदा करने का आरोप

भोपाल, 16 जून (हि.स.)। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर खाद-बीज की किल्लत पैदा करने का आरोप लगाया है। पार्टी के राज्य सचिव जसविंदर सिंह ने बुधवार को जारी अपने बयान में कहा है कि प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है और किसान खरीफ की फसल की बुआई की तैयारी में जुटा है, तब प्रदेश सरकार ने मानसून से पूर्व न तो पर्याप्त मात्रा में खाद की व्यवस्था की है और न ही बीज ही उपलब्ध कराया है। बारिश के बाद तो कई ग्रामीण क्षेत्रों में बीज खाद पहुंचना ही असंभव हो जायेगा। माकपा नेता जसविंदर सिंह ने कहा है कि प्रदेश भर के किसान सोयाबीन, धान, बाजरा, मक्का, मूंग, मूंगफली, ज्वार आदि के बीज के लिए भटक रहे हैं। सरकार ने सरकारी खरीद केंद्रों पर जो बीज पहुंचाया है, वह ऊंठ के मुंह में जीरा है, जो प्रभावशाली किसानों के बीच बंट कर रह जायेगा। आम किसानों को फसल की बोवनी करने के लिए निजी दुकानों से बीज खरीदने को मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने कहा है कि किसानों की यह लूट राजनीतिक संरक्षण में प्रशासन और कालाबाजारियों की सांठगांठ से होती है। किसानों को न केवल बीज कालाबाजारी में खरीदना पड़ते हैं बल्कि नकली बीज भी मिलते हैं। यह कालाबाजारी सिर्फ बीज ही नहीं, बल्कि खाद भी नकली और कालाबाजारी में खरीदना पड़ती है। माकपा नेता ने कहा है कि आमतौर पर निजी दुकानों से मिलने वाले बीज और खाद की किसानो को रसीद भी नहीं मिलती है, इसलिए यदि किसानों की फसल अंकुरित नहीं होती है या उसमें फूल और फली नहीं आती है तो किसान बीज कंपनी पर मुआवजे के लिए दावा भी नहीं कर सकते हैं। जसविंदर सिंह ने पार्टी की ओर से मांग की है कि किसानों को नकली खाद और बीज की लूट ये बचाने और खरीफ के फसल के भरपूर उत्पादन को सुनिश्चित करने के लिए सरकार तुरंत पहले करे और किसानो के लिए बीज और खाद की पर्याप्त व्यवस्था करे। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in