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फिलहाल नहीं बढ़ेगी कोरोना कर्फ्यू की मियाद, आज रोज की तरह खुलेगा बाजार

गुना, 11 अप्रैल (हि.स.) । कोरोना संक्रमण के कहर के चलते प्रदेश के अन्य शहरों की तरह गुना में कोरोना कर्फ्यू की मियाद नहीं बढा़ई जाएगी। दो दिन सोमवार और मंगलवार को संक्रमण की स्थिति को देखने के बाद इस पर विचार किया जाएगा। इस आशय की जानकारी पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महैन्द्र सिंह सिसौदिया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इस संंबंध में चर्चा उपरांत दी। उन्होने बताया कि कर्फ्यू से होने वाली समस्याओं के चलते जनता की मांग पर मुख्यमंत्री ने संवेदनशीलता से विचार करते हुए उक्त निर्णय लिया है। पंचायत मंत्री ने लोगों से मास्क पहनने के साथ ही कोविड-19 को लेकर निर्धारित नियमों का पालन करने का आग्रह किया। जिससे कोरोना कर्फ्यू की जरुरत ही न पड़े। हालांकि इससे पहले रविवार को हुई जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में 19 अप्रैल तक कोरोना कर्फ्यू बढ़ाए जाने का निर्णय लिया गया। बाद में इसको लेकर प्रस्ताव भी शासन को भेजा गया। संवेदनशीलता से लिया निर्णय जिला आपदा प्रबंध समिति की बैठक में 19 अप्रैल तक कोरोना कर्फ्यू बढ़ाए जाने का निर्णय जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वैसे ही व्यापारी, दुकानदार जहां सकते में आ गए, वहीं आमजन में भी चिंता व्याप्त हो गई। सभी ने पंचायत मंत्री से इसको लेकर गुहार लगाई। इसके मद्देनजर पंचायत मंत्री महैन्द्र सिंह सिसौदिया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने भी संवेधनशीलता से विचार करते हुए कोरोना कर्फ्यू के स्थान पर अन्य विकल्प चुनने की बात कही। तय हुआ कि दो दिन सोमवार और मंगलवार को संक्रमण की स्थिति देखने के बाद इस पर विचार किया जाएगा। बंद रहा बाजार दूसरी ओर कोरोना कर्फ्यू के तीसरे दिन रविवार को भी शहर में बाजार पूरी तरह बंद रहा। रविवार को तो गली-मोहल्लों की दुकानें भी बंद कराई गईं। अलबत्ता आवाजाही पहले दो दिन की तरह ही चलती रही। गौरतलब है कि शुक्रवार शाम 6 बजे से लगाया गया 60 घंटे का कोरोना कर्फ्यू की मियाद कल सोमवार सुबह 6 बजे खत्म होने जा रही है। 14 से 15 फीसद तक मिल रहे संक्रमित जिले में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है । रोज ही दहाई की संख्या में संक्रमित निकलकर सामने आ रहे है। बीते रोज ही एक दिन में 70 संक्रमित सामने आए। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के मुताबिक जिला चिकित्सालय में 30 मरीज ऑक्सीजन पर हैं। टेस्ट के दौरान 14 से 15 प्रतिशत कोरोना पॉजिटिव केस मिल रहे हैं। जिले में शहरी क्षेत्र के साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी कोरोना के प्रकरण मिल रहे हैं। इसके साथ ही होम आइसोलेट की संख्या भी बढक़र 132 तक पहुँच चुकी है। वीडियो कॉल पर हो रही जांच कोरोना संक्रमण को लेकर होम आइसोलेट जिला चिकित्सालय में कोविड कमांड सेंटर बनाया गया है। यह सेंटर तीन चरण में काम कर रहा है। यहां का एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। रोजाना यहां बड़ी संख्या में कॉल आते है। जिनमें वैक्सीन संबंधी, कोरोना की जांच संबंधी सवाल होते हैं। होम आइसोलेट मरीजों के भी स्वास्थ्य से जुड़े कॉल आते हैं। होम आइसोलेट मरीजों से अमला दिन में एक बार वीडियो कॉल पर उनकी जांच करता है। तापमान, ऑक्सीजन लेवल चेक कराया जाता है। अगर यह सामान्य से ज्यादा निकलता है तो मरीज को चिकित्सालय में भर्ती होने की सलाह दी जाती है। साथ ही बुखार, जुखाम, खांसी संबंधी जानकारी भी लोग ले रहे है। जांच में बरती जा रही लापरवाही कोरोना संक्रमण को लेकर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से भलें ही तमाम तरह के दावे सामने आ रहे हो, किन्तू कई सारी लापरवाही भी इसमें देखने को मिल रही है। मसलन कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आने वालों तक की जांच नहीं हो रही है। जिले में कई ऐसेे प्रकरण सामने आ चुके है। जिनमें कोरोना संक्रमितों के संपर्को मे आने वाले लोगों की जांच नहीं की गई है। इतना ही नहीं, उनके परिजनों के नमूने तक नहीं लिए गए है। नागरिक खुद ही पहुंचकर अपनी जांच करा रहे हैं, जबकि नियमानुसार दल को उनके घर पहुँचकर नमूने लेना चाहिए, वहीं जिला जेल में 7 दिन पूर्व एक महिला कैदी संक्रमित निकली थी। वह गर्भवती थी,उसी की जांच के लिए उसे अस्पताल लाया गया था। यहां पहले उसकी कोरोना की जांच की गई। जिसमें वह संक्रमित निकली। नियमानुसार उसके साथ बंद महिला कैदियों का भी जांच की जानी चाहिए थी, किन्तु ऐसा नहीं किया गया। लोगों का कहना है कि उनके आसपास के घरों में लोग संक्रमित निकल रहे है, किन्तू उनके परिजनों की जांच नहीं हो रही है और न ही उन्हे क्वारेंटाइन किया जा रहा है। सभी लोग घूमते देखे जा सकते है। बैठक में रखे गए कई सुझाव बैठक में उपस्थित सदस्यों ने सुझाव प्रस्तुत किए। भाजपा जिलाध्यक्ष गजेन्द्र सिकरवार ने कहा कि कोरोना जांच के नमूने देने के बाद रिपोर्ट आने तक संक्रमित व्यक्ति घूमते रहते है। ईश्वर न करे कि अगर रिपोर्ट पॉजीटिव आती है तो वह व्यक्ति कितने को संक्रमित कर चुका होगा। इसलिए जरुरी है कि नमूना देेने वाले व्यक्ति को होम आइसोलेट किया जाए, वहीं गुना विधायक गोपीलाल जाटव ने अपने सुझाव में कहा कि अगर कोरोना कफ्र्यू लगता है तो किराना आदि दुकानों को दोपहर 12 बजे तक की छूंट मिलनी चाहिए। जिससे एकदम से भीड़ न टूटे। वरिष्ठ भाजपा नेता योगेन्द्र लुम्बा ने कोरोना कफ्र्यू में गरीब, जरुरतमंदों तक भोजन आदि की मदद पहुंचाने का सुझाव रखा तो विठ्ठलदास मीना ने ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले ग्रामीणों का मास्क नहीं पहनने पर चालान बनाने की बजाए उन्हे मास्क उपलब्ध कराने की बात कही। बैठक में कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम, पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार मिश्रा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष हरिशंकर विजयवर्गीय, हरवीर सिंह सूद, गुलशन डाबर, विनीत सेठ, डॅा. रामवीर रघुवंशी, अमित सौगानी, राजेश अग्रवाल, अकुंर श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक

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