बिना नंबर, बीमा, फिटनेस के ट्रेक्टर ट्रालियों में निकले कांग्रेसी, बनी जाम की स्थिति
बुरहानपुर, 18 जनवरी (हि.स.)। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों को लेकर कांग्रेस ने सोमवार को पूर्व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अरूण यादव के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया। इससे पहले कांग्रेसियों ने रैली निकाली। बिना नंबर, बीमा फिटनेस के निकली अधिकांश ट्रेक्टर ट्रालियों को लेकर परिवहन विभाग पूरी तरह अनदेखी करता नजर आया। किसानों की बजाए रैली में काफी संख्या में रेत माफिया नजर आए। जबकि यह रैली किसानों के नाम पर निकाली गई थी। प्रेस क्लब चौराहे पर प्रदर्शन के बाद कांग्रेसियों ने एसडीएम केआर बड़ोले को ज्ञापन सौंपा कांग्रेस नेता अरूण यादव के नेतृत्व में निकली रैली में काफी संख्या में ट्रैक्टर चले। खुद अरूण यादव भी एक ट्रेक्टर पर सवार थे। यहां सोशल डिस्टेंस का भी ध्यान नहीं रखा गया। इसी ट्रेक्टर पर अन्य छह सात कांग्रेसी भी सवार हो गए। खास बात यह है कि अधिकांश रेत माफियाओं के ट्रेक्टर इस रैली में लाए गए थे। जिसका न तो बीमा, फिटनेस था और अधिकांश पर कोई नंबर। परिवहन विभाग को इसकी जांच करना चाहिए। वहीं धरना प्रदर्शन के दौरान भी कांग्रेसियों ने सोशल डिस्टेंस का कोई ध्यान नहीं रखा। गौरतलब है कि कांग्रेस द्वारा काफी समय से केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है, लेकिन कांग्रेस के आंदोलनों से किसान लगातार दूरी बनाए हुए हैं। पिछले दिनों निंबोला में हुआ धरना प्रदर्शन भी इसी तरह फ्लाप साबित हुआ था। संकरी गलियों में घुसे ट्रेक्टर, बनी जाम की स्थिति कांग्रेस की ट्रेक्टर रैली आमजन के लिए फजीहत का कारण बन गई। दरअसल ट्रेक्टर संकरी गलियों में भी जा घुसे। जिसके कारण वाहन चालकों के अलावा पैदल चलने वाले लोगों को भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। किसानों के आंदोलन में काफी संख्या में रेत माफिया घूमे। जिसके कारण सोमवार को अधिकांश रेत के घाट बंद रहे। जबकि रैली से किसान गायब थे। जगह जगह जाम की स्थिति बनी। गनीमत रही कि पुलिस ने अधिकांश ट्रेक्टरों को रोक दिया था नहीं तो शहर में यातायात व्यवस्था की स्थिति और ज्यादा खराब हो जाती। वहीं कांग्रेस नेता अरूण यादव ने पुलिस ने पर आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा जबरदस्ती ट्रेक्टरों को अंदर नहीं आने दिया गया। यह बोले अरूण यादव- - प्रेस क्लब चौराहे पर आयोजित धरना प्रदर्शन के दौरान पूर्व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अरूण यादव ने कहा कि यह बिल किसान विरोधी है। पुलिस ने ट्रेक्टरों को जबरन रोका। केंद्र सरकार किसानों की जमीन को अंबानी-अडानी को बेचना चाहती है। 60 दिन से किसान आंदोलन कर रहे हैं। 10 बैठकों के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला। किसानों को केवल आश्वासन दिए जा रहे हैं। हम कानून की गहराई को समझने की कोशिश करें। यह लड़ाई हरियणा, पंजाब के किसानों की नहीं बल्कि हर किसान की है। यह काला कानून है जिसे सरकार को वापस लेना चाहिए। इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष अजयसिंह रघुवंशी, ग्रामीण अध्यक्ष किशोर महाजन, पूर्व विधायक हमीद काजी, इस्माईल अंसारी, पूर्व निगम अध्यक्ष गौरी शर्मा सहित अन्य कांग्रेस नेता, पदाधिकारी मौजूद थे। हिन्दुस्थान समाचार/निलेश जूनागढ़े/राजू-hindusthansamachar.in