जनता की बद्दुआओं से गिरी कांग्रेस की कमलनाथ सरकार
उपचुनाव को लेकर आयोजित अनुसूचित जनजाति मोर्चा की बैठक में वक्ताओं ने कहा भोपाल, 23 जुलाई (हि.स.)। झूठ बोलकर बनी कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने जनता से किए वादे पूरे नहीं किए। इस सरकार ने भाजपा सरकार द्वारा शुरू की गई जनहित की योजनाएं बंद कर दीं। प्रदेश को लूट और भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया। त्रस्त जनता ने जो बददुआएं दीं, वास्तव में उनके कारण ही कमलनाथ सरकार गिरी है। आने वाले उपचुनाव में अनुसूचित जनजाति मोर्चा को इस संबंध में किए जाने वाले सवालों के जवाब देना है और लोगों को यह बात समझाना है। यह बात अनुसूचित जनजाति मोर्चा के विधानसभा प्रभारियों की बैठक में वक्ताओं ने कही। बैठक को प्रदेश सरकार के मंत्री भूपेंद्रसिंह, प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर और मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद गजेंद्रसिंह पटेल ने संबोधित किया। जनता की बद्दुआओं से गिरी कमलनाथ सरकारः भूपेंद्र सिंह बैठक को संबोधित करते हुए मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व शून्य हो गई और पूरे देश में युवा इस पार्टी से दूर हो रहे हैं। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को लगता है कि कहीं कोई युवा नेता राहुल गांधी को चुनौती देने की स्थिति में न आ जाए, इसलिए पार्टी के युवा नेतृत्व को दबाया जा रहा है। सिंह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार ने अपने वादे पूरे नहीं किए। सवा साल में प्रदेश में लूट और भ्रष्टाचार का तांडव किया। विकास और जनहित की योजनाएं रोक दीं। हमारे कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया। उन्होंने कहा कि वास्तव में जनता की बददुआएं ही उस सरकार के गिरने की प्रमुख वजह है। इस सरकार के 15 महीनों पर भाजपा सरकार के 110 दिनों की उपलब्धियां भारी हैं। भाजपा की सरकार ने अजजा वर्ग के छात्रों को 700 करोड़ की स्कॉलरशिप दी, मेधावी छात्र योजना के पैसे दिये और संबल योजना को दोबारा शुरू किया। सिंह ने कहा कि आने वाला उपचुनाव साधारण उपचुनाव नहीं, बल्कि महाचुनाव है, जो सरकार का भविष्य तय करेगा। इसलिए अजजा मोर्चा पूरी तैयारी से काम करे। मोर्चा इस उपचुनाव के लिए सेक्टर प्रभारी तय करे, बूथ कमेटियों का गठन करे, सेक्टर और बूथ स्तर के सम्मेलन आयोजित करे। श्री सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया पर जो लोग भ्रम फैला रहे हैं, उन्हें जवाब देने की जिम्मेदारी भी अनुसूचित जनजाति मोर्चा की है। कमलनाथ सरकार क्यों गिरी, जनता को बताएं : लोकेंद्र पाराशर प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मोर्चा कार्यकर्ताओं को आने वाले उपचुनाव में इस बात का जवाब जनता को देना होगा कि कमलनाथ सरकार क्यों गिरी, इसके लिए कार्यकर्ता अध्ययन बढ़ाएं, साहस जुटाएं और तैयारी करें। उन्होंने कहा कि कमलनाथ की सरकार नकारा सरकार थी और शिवराज जी की सरकार निर्णायक सरकार है। कांग्रेस के शासन में 15 महीनों तक प्रदेश की जनता ने दंश झेला, वहीं शिवराज जी की छवि गरीबों के मसीहा की है। कांग्रेस ने उस संबल योजना को बंद कर दिया, जिसमें गरीबों के लिए गर्भ से लेकर अंतिम संस्कार तक की व्यवस्था थी। कमलनाथ सरकार ने केंद्र से स्वीकृत प्रधानमंत्री आवास योजना के ढाई लाख आवास लौटा दिये, जिनका 80 प्रतिशत लाभ अनुसूचित जनजाति एवं अनुसूचित जाति के लोगों को मिलना था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग गरीबी हटाओ का नारा लगाते रहे और गरीबों को मिटाते रहे। पाराशर ने कहा कि कांग्रेस और वामपंथी दल अनुसूचित जनजातियों वाले क्षेत्रों में जो भ्रम फैला रहे हैं, उसका जवाब हमें तर्कों से देना होगा। चुनाव में अजजा मोर्चा की भूमिका महत्वपूर्णः गजेंद्रसिंह पटेल बैठक को संबोधित करते हुए मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद गजेंद्रसिंह पटेल ने कहा कि आगामी उपचुनाव में मोर्चा की भूमिका महत्वपूर्ण है। जिन सीटों पर चुनाव होना है, उनमें से दो सीटें तो अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं, अन्य 8 सीटों पर अनुसूचित जनजातियां निर्णायक भूमिका में हैं। आपके ऊपर पार्टी ने जो विश्वास दिखाया है, उससे आपकी जिम्मेदारी और बढ़ गई है। इसलिए मोर्चा कार्यकर्ता योजना बनाकर काम करें। हिन्दुस्थान समाचार/केशव दुुबे-hindusthansamachar.in