कलेक्टर ने बस स्टेण्ड का किया औचक निरीक्षण, आठ बसों के लाइसेंस निरस्त
शहडोल, 18 फरवरी (हि.स.)। सीधी में हुए बस हादसे के बाद प्रशासन सक्रिय हो गया है और अब अवैध रूप से संचालित बसों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में शहडोल कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट डॉ. सतेन्द्र सिंह ने गुरुवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश वैश्य एवं जिला परिवहन अधिकारी आशुतोष भदौरिया के साथ परिवहन की चाक चौबंद व्यवस्था बनाने के उद्देश्य से राजीव गांधी बस अड्डा शहडोल में यात्री बसो का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान निर्धारित मापदंडों का पालन नहीं करने वाली आठ बसों के लाइसेंस निरस्त किये गये। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि बसों में ड्राइवर एवं कन्डेक्टर ड्रेस मे रहे, उनका नेम प्लेट भी होना चाहिए, बसों में किराया सूची, बस परमिट के साथ-साथ फायर सुरक्षा उपकरण एवं मेडिकल किट आवश्यक रूप से रखे जाए। कलेक्टर ने बसो में आपातकालीन गेट व्यवस्था रखने के साथ-साथ गाड़ी में जितने सवारियों की सीट है, उतनी ही सवारी बैठाएं जाए। उन्होंने जिला परिवहन अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि जिले के सभी बस संचालकों की बैठक लेकर शासन के मापदण्डों एवं दिशा-निर्देशो का पालन कराना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने बसों के अंदर स्वयं जाकर इमरजेंसी गेट व्यवस्था, मेडिकल किट व्यवस्था, फायर सुरक्षा व्यवस्था आदि का अवलोकन किया एवं निर्देश दिए कि सभी निर्धारित मापदण्डों के साथ-साथ यह सुनिश्चित किया जाए कि इमरजेंसी गेट के पास अतिरिक्त सीट न रखी जाए और फायर सुरक्षा उपकरण एक्सपायरी न रखा जाए। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने बस नं. एमपी-18 पी 0755, एमपी-10 टी 0401, एमपी-18 पी 0130, सीजी-10 जी- 2266, एमपी-18 पी 0556, एमपी-18 पी 2007, एमपी -18 पी 6401, एमपी-18 पी 2234, एमपी-18 पी 0270, एमपी-180-0318, एमपी-18 पी 1048 आदि बसों का स्वयं निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान, निर्धारित मापदण्डो का पालन न करने तथा बसो की जर्जर अवस्था पाये जाने पर 08 बसों का परिवहन लाईसेंस निरस्त करने निर्देश जिला परिवहन अधिकारी को दिए। निरीक्षण के दौरान 03 वाहनो पर 9 हजार रुपये का जुर्माना किया गया, जिसमें 1 हजार रुपये यातायात पुलिस द्वारा तथा 8 हजार रुपये जिला परिवहन अधिकारी द्वारा जुर्माना वसूल किया गया। मुख्य नगरपालिका अधिकारी अमित तिवारी द्वारा भी बस स्टेण्ड में अनावश्यक रूप से खड़ी बसों एवं गंदगी पर 200 रुपये प्रति वर्ष के मान से लगभग 2300 रुपये जुर्माना वसूला गया। कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह द्वारा रीवा रोड़ में भी परिवहन व्यवस्था का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओ को दुरूस्त रखने के निर्देश दिए। उन्हों ने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि, ड्राइवर एवं कन्डेक्टर अपने ड्यूटी के दौरान नशा आदि न करे साथ ही बस संचालक ड्राइवर एवं कन्डेक्टर का पुलिस वैरीफिकेशन कराना भी सुनिश्चित करे जिससे यह सुनिश्चित किया जाए कि ड्राइवर एवं कन्डेक्टर आपराधिक प्रवृत्ति का न हो। कलेक्टर ने कहा कि गाडी को खड़ी रखने के लिए बाणगंगा मैदान में स्थान नियत किया गया है। अत: सभी बस संचालक यह सुनिश्चित करे कि बस स्टेण्ड में अनावश्यक रूप से बसो को न खड़ी रखे और नियत स्थान पर ही बसो को खड़ी रखना सुनिश्चित करे। कलेक्टर ने कहा कि परिवहन व्यवस्था चॉक-चौबंद रखना हम सब की जिम्मेदारी है इसके लिए शासन के निर्धारित मापदण्डो का पालन किया जाए तथा बसो के गति को भी नियंत्रित रखकर बस चलाई जाए। जिससे ड्राइवर एवं कंडेक्टर अपनी सुरक्षा के साथ-साथ यात्रियो के जान-माल की भी सुरक्षा रख सके और यात्रियो को सुरक्षित गंतव्य स्थान तक पहुंचा सके। कलेक्टर ने नगरपालिका अधिकारी अमित तिवारी को निर्देशित किया कि बस स्टेण्ड में साफ-सफाई एवं स्वच्छता सुनिश्चित कराने के साथ-साथ बस स्टेण्ड में यात्रियों के बैठने के लिए सीमेन्ट की कुर्सियां भी लगवाएं, जिससे यात्रियो को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश-hindusthansamachar.in