गुना, 05 जनवरी (हि.स.)। मप्र के विभिन्न जिलों के बाद अब बर्ड फ्लू के खतरे की आहट गुना पहुंच चुकी है। जिला से 35 किमी दूर औद्योगिक इकाई एनएफएल विजयपुर में दो-तीन दिनों में लगभग 20 कौओं की मरने की खराब से क्षेत्र में दशहत है। इस संबंध में एनएफएल-विजयपुर प्रबंधन ने जिला प्रशासन और पशुपालन विभाग को सूचना दी। जिसके बाद मंगलवार को पशुपालन विभाग द्वारा मृत कौओं के सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजे हैं। फिलहाल विभाग मृतक कौवों की जांच रिपोर्ट आने का इंतजार कर रहा है। वहीं जिले में ऐतिहातिक अलर्ट जारी किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार एनएफएल विजयपुर परिसर में पिछले दो-तीन दिनों में रिकार्ड तीन दर्जन से अधिक कौओं की मौत हुई है। जिसके बाद आनन-फानन में एनएफएल प्रबंधन ने इसकी सूचना पशुपालन पालन विभाग को दी। सूचना पर मंगलवार को मौके पर पहुंची विभाग की टीम ने मृत कौओं की मौत के कारणों की शुरूआती जानकारी लेकर सैंपल भोपाल भेजे हैं। इस बारे में पशुपालन विभाग के उपसंचालक आरपी भदौरिया ने बताया कि गुना सहित मप्र में मुर्गा-मुर्गियों में बर्ड फ्लू के मामले सामने नहीं आए हैं। एनएफएल में जिन कौओं की मौत हुई है वह स्वाभाविक मौत भी हो सकती हैं। फिर भी जांच रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है। विभाग द्वारा जिलेभर में पशुपालकों के लिए एडवाईजरी जारी की गई है। यदि किसी पक्षी की अस्वाभाविक मौत होती है तो लोग हमें तत्काल सूचना दें। भदौरिया के अनुसार कुछ वर्ष पूर्व एनएफएल में हजारों की तादाद में चमकादड़ मरने का भी मामला सामने आया था। वहीं हमारे द्वारा जिले में मुर्गे-मुर्गियां का भी सतत जांच परीक्षण चलता रहता है। पशुपालन और वन विभाग ने दिए ये निर्देश - जलाशयों में एवं अभयारण्यों के अंदर प्रवासी पक्षियों पर विशेष निगरानी रखें। -जलाशयों के आसपास की बस्तियों में पाले जाने वाले मुर्गे-मुर्गी, पोल्ट्री फार्म और बैकयार्ड कुक्कुट के सैंपल जांच के लिए भेजें। - जिले के कुक्कुट बाजार, हाट बाजार में आने वाले मुर्गे-मुर्गियों की भी नियमित जांच करें। - जिलों में इस बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करें और उन्हें सतर्क रहने की हिदायत दें। हिन्दुस्थान समाचार/अभिषेक/राजू-hindusthansamachar.in