bhopal-souring-tea-rained-stones-thrown-at-police-for-closing-shop-in-night-curfew
bhopal-souring-tea-rained-stones-thrown-at-police-for-closing-shop-in-night-curfew

भोपाल: नाइट कर्फ्यू में दुकान बंद कराने पहुंची पुलिस पर फेंकी खौलती चाय, बरसाए पत्थर

भोपाल, 04 अप्रैल (हि.स.)। राजधानी के काजी कैंप क्षेत्र में शनिवार रात को नाइट कर्फ्यू के दौरान दुकानें बंद कराने पहुंची पुलिस की टीम पर चाय वाले और उसके बेटे ने खौलती चाय फेंक दी। संचालक ने अपने साथियों के साथ मिलकर धक्का-मुक्की की। महिलाओं ने छत से पत्थर बरसाए। इस हमले में एक एएसआई समेत 3 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस ने 16 आरोपितों पर मामला दर्ज कर किया है, जिनमें से मुख्य आरोपित जाहिर समेत 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें, कि भोपाल में कोरोना संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए संडे लॉकडाउन और रात 9 बजे के बाद नाइट कर्फ्यू के आदेश दिये गए हैं। हनुमानगंज पुलिस को शनिवार रात 11 बजे काजी कैंप गली नंबर 4 में एक चाय की दुकान खुली होने की सूचना मिली थी। यहां पर जाहिर नाम का शख्स अपने घर के नीचे चाय की दुकान चलाता है। एसआई संजय दुबे, एएसआई अरविंद जाटव और हेड कांस्टेबल लोकेन्द्र जोशी दुकान बंद कराने पहुंचे। यहां पर 15 से 16 लोग मौजूद थे। एएसआई ने दुकान बंद करने को कहा। इस बात पर दुकान मालिक जाहिर के बेटे सावेज को गुस्सा आ गया और उसने एएसआई अरविंद जाटव पर गर्म चाय के केटली उड़ेल दी। वहीं जाहिर ने भी एएसआई को चाय से भरा गिलास फेंक कर मार दिया। इससे पुलिसकर्मी का एक हाथ जल गया। चाय की दुकान पर बैठे 15-16 लोगों ने पुलिसकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। इससे हेड कांस्टेबल लोकेंद्र जोशी के नीचे गिरने से उनके घुटने में चोट आ गई। मौके से भागकर पुलिसकर्मियों ने थाने से मदद मांगी। पुलिस फोर्स पहुंचने से पहले ही कुछ लोग मौके से भाग गए। कुछ दुकान का शटर बंद कर अंदर घुस गए। इस बीच महिलाओं ने पुलिसकर्मियों पर घर की छत से पत्थर फेंकने शुरू कर दिया। पत्थर लगने से आरक्षक सुजान मीणा घायल हो गए। इसी दौरान वरिष्ठ अधिकारी थाना टीला और गौतम नगर से पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में किया। पुलिस ने 16 लोगों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने और मारपीट के मामले में एफआईआर दर्ज की है। इसमें से जाहिर समेत 9 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हिन्दुस्थान समाचार/केशव दुबे/राजू

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in