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भोपाल: काजी कैंप मामले में राजनीति शुरू, विधायक आरिफ अकील ने की जांच की मांग

भोपाल, 07 अप्रैल (हि.स.)। राजधानी के काजी कैंप इलाके में नाइट कर्फ्यू के दौरान चाय की दुकान बंद कराने पहुंची पुलिस की टीम पर खौलती चाय और पत्थर फेंके जाने के मामले को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। इस मामले में विधायक आरिफ अकील ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पुलिस द्वारा महिलाओं से मारपीट की बात कही है और निष्पक्ष जांच की मांग की है। काजी कैंप की घटना को भोपाल उत्तर से विधायक आरिफ अकील ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। बता दें शनिवार रात को नाइट कर्फ्यू में चाय की दुकान बंद कराने पहुंची पुलिस पर दुकान संचालक और उसके बेटों ने हमला कर दिया था। इसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इसके बाद आरोपित के परिवार का एक वीडियो सामने आए था। जिसमें महिलाओं ने पुलिस पर मारपीट करने और तोड़फोड करने का आरोप लगाया था। अब इस मामले में विधायक ने सीएम से कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच किसी वरिष्ठ अधिकारी से कराई जाए और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही इस मामले में चाय दुकानदार जहीर और उसके बेटों के अलावा महिलाओं के खिलाफ दर्ज किए गए केस को तत्काल वापस लिया जाए। अकील ने पत्र में लिखा है कि यदि लॉकडाउन का पालन नहीं हो रहा था तो पुलिस को केस दर्ज करना था। उन्हें जेल भेजा जाता और अदालत की कार्यवाही की जाती, लेकिन पुलिस का तात्कालिक सजा देने का रवैया ही इस घटना का कारण बना है। विधायक अकील ने लिखा है कि पुलिस जवानों द्वारा लोगों से झूमा-झटकी और मारपीट के दौरान उनके हाथ पर गर्म चाय गिरी है, न कि किसी दुर्भावना से उन्हें चोटिल करने का अपराध किया गया है। पुलिस की गुंडई का सारा काला चिट्ठा उस चाय दुकान में लगे हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद था, जिसको पूरी तरह से तोड़फोड़ कर जवानों ने सारे सबूत नष्ट कर दिए हैं। अकील ने लिखा है कि पुलिसिया जुल्म की इंतहा यह है कि बिना किसी महिला पुलिस की मौजूदगी में उन्होंने महिलाओं पर लाठियां बरसाना शुरू कर दीं। जिसमें शाहीन नूर, शादमा और उज्मा बुरी तरह से घायल हुई हैं, जिनका मेडिकल चैकअप कराया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/केशव दुबे

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