भांडेर में 105 हेक्टेयर में स्थापित होगा सोलर प्लांट, गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने किया चयनित भूमि का निरीक्षण
भांडेर में 105 हेक्टेयर में स्थापित होगा सोलर प्लांट, गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने किया चयनित भूमि का निरीक्षण

भांडेर में 105 हेक्टेयर में स्थापित होगा सोलर प्लांट, गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने किया चयनित भूमि का निरीक्षण

भोपाल, 26 जुलाई (हि.स.)। प्रदेश के गृह एवं संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने रविवार को भाण्डेर क्षेत्र में करीब लगभग 700 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित होने वाले सोलर प्लांट के लिये चयनित भूमि का निरीक्षण किया। इसकी स्थापना एस.आर. कंपनी द्वारा की जा रही है। इस दौरान मंत्री डॉ. मिश्रा ने बताया कि सोलर प्लांट करीब 105 हेक्टेयर में स्थापित होगा और इस प्लांट से करीब 90 से 100 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। सोलर प्लांट की स्थापना हेतु भूमि परीक्षण संबंधी अन्य कार्य प्रारंभ हो गए हैं। डॉ. मिश्रा ने कहा कि भांडेर ,सेवढ़ा सहित समस्त दतिया जिले के विकास के लिए कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखी जाएगी। भूमि निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष रजनी पुष्पेन्द्र रावत, एस.आर. कंपनी की ओर से संदीप जैन एवं वरिष्ठ प्रबंधक अश्विन गोथरा, सुरेन्द्र बुधोलिया, संतराम सरोनिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। मंत्री डॉ. मिश्रा ने दतिया में किया बायपास मार्ग का लोकार्पण गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने ग्वालियर - झांसी हाईवे से सेवड़ा-चुंगी बायपास मार्ग का लोकार्पण किया। बायपास मार्ग 27 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किया गया है। इसके निर्माण से लोगों के आवागमन की दूरी कम होगी और शहर के बीच से भारी वाहनों का आवागमन कम होने से दतिया शहर के नागरिकों को भी भारी यातायात से राहत मिलेगी। मंत्री डॉ.मिश्रा ने कहा कि सरकार प्रदेश के हर क्षेत्र के विकास के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि 23 मार्च को पुनः सरकार बनने के बाद प्रदेश सरकार ने आमजन की चिंता करते हुए कोरोना के संक्रमण काल में लोगों को राहत देने के लिए सभी प्रयास किए हैं। सरकार ने किसानों, गरीबों और जरूरतमंदों के खातों में समय-समय पर राशि पहुंचाई है। उन्होंने बताया कि सरकार के द्वारा इस वर्ष रिकॉर्डेड गेहूँ उपार्जन का कार्य किया गया। कोरोना संकट काल में भी राज्य सरकार ने किसानों समेत हर वर्ग का पूरा ख्याल रखा और समर्थन मूल्य पर खरीदे गए गेहूँ की राशि किसानों के खाते में पहुंचाई गई। डॉ. मिश्रा ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रवासी मजदूरों की भी चिंता की। हर मजदूर के खाते में एक-एक हजार रुपये डलवाए और उन्हें तीन-तीन माह का राशन दिलवाया। प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक छुड़वाया। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in