बड़वानी: चार लापरवाह शिक्षक निलंबित, 12 की एक-एक वेतन वृद्धि रोकी
बड़वानी, 07 अप्रैल (हि.स.)। कलेक्टर शिवराजसिंह वर्मा ने जिला स्तरीय कोरोना काल सेंटर में चरणाबद्ध तरीके से नियुक्त शिक्षकों द्वारा अपने कार्य में लापरवाही प्रदर्शित करने पर 4 शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वहीं, 12 शिक्षकों की एक-एक वार्षिक वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकी है। दरअसल, कलेक्टर शिवराजसिंह वर्मा ने बुधवार को जिला स्तरीय कोरोना काल सेंटर का निरीक्षण किया, जहां उक्त सभी कर्मचारी अपने दायित्व से अनुपस्थित पाये गये। कलेक्टर ने सजवानी के सहायक शिक्षक शिवकुमार चौहान, प्राथमिक शिक्षक मोहन गेहलोत, धमनई के प्राथमिक शिक्षक मिश्रीलाल कन्नौजे और माध्यमिक शिक्षक रवि प्रकाश शर्मा को निलंबित किया है। निलंबित इन शिक्षकों का मुख्यालय जिला शिक्षा कार्यालय बड़वानी नियत किया गया है। इन शिक्षकों की रोकी गई वेतन वृद्धि वहीं, प्राथमिक शिक्षक काकड़बैड़ी नितेश पाराशर, राधेश्याम शिंदे, सजवानी के शिक्षक देवीसिंह बड़ोले, भारतसिंह भाबर, सखाराम रावत, धमनई के शिक्षक टुलिया खरते, दिनेश यादव, भीमसिंह सोलंकी, माध्यमिक शिक्षक धमनई लोकेश पाटीदार एवं दिनेश यादव, सजवानी के कैलाश डाबर, तलून के अनिल पंवार की एक-एक वार्षिक वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकी गई है। कलेक्टर ने नोडल अधिकारियों को दी चेतावनी कलेक्टर शिवराजसिंह वर्मा ने नियुक्त किये गये समस्त नोडल अधिकारियों को भी चेतावनी दी है कि वे अपने दायित्वों को निर्वहन अच्छी तरह से करें, जिससे उनके मताहत कार्यरत कर्मी अच्छी तरह से अपने पदेन दायित्वों का निर्वहन करे। कलेक्टर ने नोडल अधिकारियों को चेताया है कि अब लापरवाही प्रदर्शित होने पर उन पर भी कठोर कार्यवाही की जायेगी। अन्य कर्मियों को भी कलेक्टर ने दी चेतावनी कलेक्टर ने कोरोना आपदा प्रबंधन में संलग्न मैदानी अमले को भी चेतावनी दी है कि वे अपने पदीन दायित्वों का निर्वहन अच्छी तरह से करे। अन्यथा उनके विरूद्ध भी आपदा प्रबंधन की विभिन्न धाराओं के तहत कार्यवाही की जायेगी। कलेक्टर ने बताया कि मैदानी अमले के कार्यों की जानकारी हेतु विभिन्न अधिकारियों को नियुक्त किया गया है, जो नियमित रूप से क्षेत्र में पहुंचकर उनके कार्यो का मूल्यांकन कर, अपनी रिपोर्ट सीधे उन्हें देंगे। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश