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वसंत पंचमी पर अबूझ मुहुर्त, गूजेंगी शहनाइयां

ग्वालियर, 09 फरवरी (हि.स.)। ग्रहों की स्थितियों के कारण इस बार अप्रैल माह तक विवाहों के योग नहीं है। इसके बाद कई शुभ योग विवाहों के लिए आ रहे हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित गौरव उपाध्याय के वसंत पंचमी का दिन विवाहों के लिए श्रेष्ठ होता है। इस दिन बिना मुहुर्त देखे विवाह किए जा सकते हैं। क्योंकि वसंत पंचमी को अबूझ मुहुर्त माना गया है। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी को वसंत पंचमी कहते हैं। यह दिन ऋतुओं के राजा वसंत के आगमन का पहला दिन होता है। इस दिन से प्रकृति की सुंदरता में निखार आ जाता है। इस दिन को सरस्वती पूजा एवं सरस्वती जन्मोत्सव आदि नामों से जाना भी जाना जाता है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार वसंत पंचमी को अबूझ मुहूर्त माना गया है। इस दिन विद्यारंभ, यज्ञों पवीत धारण करना, व्यापार आरंभ करना, नया वाहन खरीदना, गृह प्रवेश एवं विवाह आदि को शुभ माना जाता है। इन सभी कार्यों के लिए पंचांग शोधन की आवश्यकता नहीं होती है। वर्तमान में देवगुरु बृहस्पति अस्त हैं जो कि 13 फरवरी 2021 को उदित होंगे तथा शुक्र देव 14 फरवरी 2021 को अस्त होंगे। सामान्यत: विवाह के समय गुरु और शुक्र का उदित रहना जरूरी है, इस कारण पंचांग में इस दिन के विवाह के मुहूर्त नहीं दिए गए हैं, परंतु बसंत पंचमी अबूझ महूर्त है, इसलिए देशाचार और लोकाचार के अनुसार बसंत पंचमी को विवाह किए जाएंगे। पंचमी तिथि का प्रारंभ 16 फरवरी को सुबह 3.56 से होगा तथा पंचमी तिथि का समापन 17 फरवरी को सुबह 5.40 पर होगा। अत: 16 फरवरी को पूरे दिन पंचमी तिथि रहेगी। हिन्दुस्थान समाचार/शरद-hindusthansamachar.in

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