स्वनिर्मित वस्तुओं को महत्व देकर उन्हें प्रोत्साहित करने की करें पहल : अभय महाजन
चित्रकूट, 01 जुलाई (हि.स.)। कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वित पोषित एवं दीनदयाल शोध संस्थान द्वारा संचालित जन शिक्षण संस्थान चित्रकूट ने बुधवार को सामाजिक दूरी का पालन करते हुए सत्र 2019-20 के प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किये। इस दौरान दीनदयाल शोध संस्थान के संगठन सचिव एवं जन शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष अभय महाजन ने कहा कि कोरोना के कारण जिस प्रकार के संक्रमण काल से हम सभी देशवासी गुजर रहे हैं उसमें सभी को सजग एवं सचेत रहते हुए अनलॉक-2 का पालन करते हुए प्रधानमंत्री के आत्म निर्भर भारत के सपने को साकार करना है। हम सभी अपने स्तर पर अपने-अपने क्षेत्र में उपलब्ध संसाधनों के आधार पर प्रशिक्षण कार्यक्रमों का संचालन करते रहे हैं तो अब स्थानीय स्वनिर्मित वस्तुओं को अधिक से अधिक महत्व देकर उन्हें प्रोत्साहित करें तथा अपना उत्पादन एवं विपणन स्थानीय स्तर पर करें। हमें ज्यादा से ज्यादा स्थानीय उत्पादों पर जोर देना है। अपने कौशल का उपयोग परिवार, समाज व राष्ट्र की उन्नति के लिये करना है। इस दौरान दीनदयाल शोध संस्थान के दिशादर्शन केन्द्र के प्रभारी विनीत श्रीवास्तव ने प्रशिक्षणार्थियों से कहा कि हम सभी को वर्तमान की चुनौतियों को स्वीकार कर स्वर्णिम भविष्य का निर्माण करना है। नकारात्मक विचारों को त्याग कर सकारात्मक दिशा में कार्य करना है। अपने आत्म विश्वास को बनाये रखते हुए आगे बढ़ना है। इस अवसर पर कर्वी, शिवरामपुर, पहाड़ी, मानिकपुर के 35 अनुदेशकों को प्रमाण पत्र वितरित किये वहीं मऊ क्षेत्र में सम्पन्न हुए । हिन्दुस्थान समाचार/ श्याम पटेल/ राजू-hindusthansamachar.in