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पोर्टल पर एंट्री न होने से 9 हजार किसान फसल बीमा से वंचित

गुना, 04 मार्च (हि.स.) । म्याना स्थित एक बैंक शाखा में गुरुवार को आधा सैकड़ा से अधिक किसानों ने पीएम फसल बीमा योजना में सामने आई गड़बड़ी पर जमकर हंगामा हुआ। इसकी मुख्य वजह वर्ष 2019 का फसल बीमा न मिलना था। किसानों का कहना है कि 1 मार्च से 10 मार्च तक पोर्टल की साइट खोल दी गई है। इस दौरान ऐसे किसानों की जानकारी फिर से अपलोड की जानी है जिन्हें फसल बीमा नहीं मिला है। किसानों का आरोप था कि यह कार्य बैंक स्टाफ द्वारा नहीं किया जा रहा है। वहीं बैंक अधिकारियों के अनुसार यह जानकारी पहले से ही अपलोड है लेकिन बीमा कंपनी ने पोर्टल की जानकारी को स्वीकार नहीं किया और ना ही रिजेक्ट किया। इसलिए यह स्थिति बनी है। किसानों ने तर्क दिया कि जब 2019 से अभी तक पोर्टल की जानकारी का बीमा कंपनी ने कुछ नहीं किया तो अब वह क्या करें। पूर्व एवं वर्तमान कर्मचारियों की गड़बड़ी के कारण जमीन किसी की और नाम किसी और का पोर्टल पर शो हो रहा है। इस दौरान ग्राम छापर, रुसल्ला, मेहमूदा, डुंगासरा, म्याना, लहर घाट आदि सभी गांव के किसान उपस्थित थे। - 10 तक होगा है पुन: एंट्री एवं प्रीमियम भुगतान का कार्य कृषि उप संचालक अशोक कुमार उपाध्याय ने बताया कि खरीफ 2019 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनांतर्गत पोर्टल एंट्री से वंचित रहे किसानों की पुन: एंट्री एवं प्रीमियम राशि बीमा कंपनी को भुगतान का कार्य बैंको द्वारा 10 मार्च तक किया जाना हैं। जिससे शेष रहे कृषकों को फसल बीमा का लाभ प्राप्त हो सकेगा। बैंकों द्वारा प्रीमियम राशि काटकर बीमा कंपनी को भेजी गई थी। नियमानुसार प्रीमियम राशि काटने के बाद निर्धारित समयावधि में किसानों का बीमांकन विवरण फसल बीमा पोर्टल पर दर्ज किया जाना अनिवार्य था। लेकिन बैंको द्वारा निर्धारित समयावधि में फसल बीमा पोर्टल पर एंट्री नही करने के कारण खरीफ 2019 में लगभग 9000 से अधिक किसानों को फसल बीमा का लाभ प्राप्त नही हो सका। अब पुन: उनकी एंट्री बैंकों द्वारा फसल बीमा पोर्टल पर करने एवं प्रीमियम राशि भुगतान के लिए भारत सरकार ने एक से 10 मार्च तक किसानों की प्रविष्टि के लिये पोर्टल खोला है। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक

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