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दांडी मार्च और महात्मा गांधी' पर 50 छात्रों ने लिखा निबंध

दांडी मार्च और महात्मा गांधी' पर 50 छात्रों ने लिखा निबंध गुना 18 मार्च (हि.स.) । बीनागंज में आजादी अमृत महोत्सव के तहत 'दांडी मार्च और महात्मा गांधी' विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। स्पर्धा में 50 से अधिक छात्रों ने हिस्सा लिया, जिसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को कॉलेज की ओर से उत्कृष्ट सम्मान प्रदान कर पुरस्कृत किया जाएगा। इस मौके पर प्रोफेसर आरसी घावरी मुख्य अतिथि रहे, जबकि अध्यक्षता निजी कॉलेज के सहायक निदेशक नितिन गोरकर ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती और महात्मा गांधी के चित्र पर अतिथियों द्वारा पुष्प अर्पण कर किया गया। छात्रों का मार्गदर्शन करते हुए मुख्य अतिथि घावरी ने कहा कि समय प्रबंधन जीवन के सभी क्षेत्रों से जुड़े लोगों के लिए आवश्यक है, आपके लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता कर सकता है। अपने समय का ठीक से व्यवस्था न कर पाने वाला हर चीज में विफल हो जाता है। कुशल समय प्रबंधन आपकी काम की गुणवत्ता सुधारता है और तनाव कम करने में भी मदद करता है। कोरोनाकाल मे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाए रखने के लिए तनाव मुक्त होना जरूरी है। अपनी समय-सारिणी खुद बनाएं और उसका पालन करें। इस दौरान अतिथियों ने बताया कि दांडी मार्च जिसे नमक मार्च, दांडी सत्याग्रह के रूप में भी जाना जाता है, जो वर्ष 1930 में महात्मा गांधी द्वारा अंग्रेज सरकार के नमक के ऊपर कर लगाए कानून के विरुद्ध किया गया। गांधीजी समेत 78 लोगों द्वारा अहमदाबाद साबरमती आश्रम से समुद्रतटीय गांव दांडी तक 390 किमी की पैदल यात्रा कर 6 अप्रैल 1930 को नमक हाथ में लेकर नमक विरोधी कानून भंग किया गया था। मंच संचालन चित्रा भार्गव द्वारा किया गया। इस अवसर पर कॉलेज स्टाफ उपस्थित रहा। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक

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