35 करोड़ से बुझेगी 59 गांवों की प्यास
गुना, 05 अप्रैल (हि.स.) । प्रदेश के में ‘जल जीवन मिशन’ से ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की आपूर्ति किए जाने की तैयारियां चल रही हैं। ग्रामीण क्षेत्र में आमजन के लिए निरंतर पेयजल सुलभ कराने के लिए योजना पर कार्य किया जा रहा है। इस योजना के तहत प्रत्येक परिवार को घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण पेयजल उपलब्ध कराया जाना है। इस योजना के तहत राघौगढ़ ब्लॉक के 59 गांवों में जल जीवन मिशन के तहत 35 करोड़ रुपये की लागत से नल-जल योजनाएं बनाकर संचालित किए जाने कार्य किया जा रहा है। इस योजना के तहत जामनेर में 2 करोड़ 84 लाख से व ग्राम तोडरा में एक करोड़ 32 लाख की लागत से योजना स्वीकृत की गई है। राघौगढ़ में 59 योजनाएं स्वीकृत की गई हैं, जिनमें से 45 गांवों की नल-जल योजना का सामान आ चुका है। ग्राम जांगरु, रामनगर, धरनावदा में भी योजना का काम चालू हो गया है। इसी प्रकार रामनगर, धरनावदा गोविंदपुरा, गांवरी, बरसत सहित 45 गावों की नल जल योजना के पाइप आ चुके हैं।जल जीवन मिशन योजना से जिले की 425 पंचायतों के ग्रामों में नल जल द्वारा वर्ष 2024 तक घर-घर पेयजल उपलब्ध कराए जाने के लिए कार्य किया जा रहा है। वर्ष 2023 तक सभी पंचायतों में योजना के तहत पेयजल सप्लाई करने का लक्ष्य रखा गया है। अब तक योजना के तहत 23 पंचायतों के शत-प्रतिशत घरों में नल जल द्वारा पेयजल प्रदाय प्रारंभ कर दिया गया है। ज्यादा कीमत देकर महंगा पानी पीने को थे मजबूर राघौगढ़ ब्लाक के ग्रामीण इलाकों में ग्रामीण निजी ट्यूबवेलों से 300-500 रुपये देकर प्रतिदिन पानी पाइपों के माध्यम से व नलियों के द्वारा किसी तरह अपने घरों तक ला रहे थे। वहीं यह सप्लाई भी सिर्फ कुछ मिनटों के हिसाब से दी जाती थी। इसका समय 10 या 20 मिनट सप्लाई का रहता था। अब आखिरकार जल जीवन मिशन के तहत 59 गांवों को मिली सौगात से इन ग्रामीण क्षेत्रों में घर- घर टोंटी द्वारा गुणवत्ता पूर्ण स्वच्छ पानी उपलब्ध होने की एक बार फिर उम्मीद बढ़ गई है। राजघाट, गोपीसागर, सुठालिया डेम से भी लाया जाएगा पानी योजना के तहत गांवों में ट्यूबवेल खनन करके टंकियों के माध्यम से भी पाइप लाइन बिछाने का कार्य शुरू हो गया है। वहीं कई पंचायतों में योजना के तहत लगने वाला सामान भी आ गया है। पीएचई विभाग ईई इंजीनियर वीके क्षारी ने बताया कि पानी की कमी दूर करने पाइप लाइन के द्वारा विभिन्न बांधों जैसे राजघाट, गोपीसागर, सुठालिया स्थित डेम से भी पानी लाकर टंकियों के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में सप्लाई किया जाएगा, जिससे पानी की कमी न हो। हिन्दुस्थान समाचार / अभिषेक