हेमंत है तो अपराधियों एवं बिचौलिए में हिम्मत हैःबाबूलाल मरांडी
हेमंत है तो अपराधियों एवं बिचौलिए में हिम्मत हैःबाबूलाल मरांडी

हेमंत है तो अपराधियों एवं बिचौलिए में हिम्मत हैःबाबूलाल मरांडी

दुमका, 14 अक्टूबर (हि.स.)। राज्य की जनता हेमंत सरकार के कुशासन से त्रस्त हो चुकी है। 9 महीने के कार्यकाल में ही राज्य की जनता परिवर्तन चाहने लगी है। उक्त बातें प्रेसवार्ता आयोजित कर प्रथम मुख्यमंत्री बाबुलाल मरांडी ने बुधवार को कही। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में जनता बदलाव का ट्रेलर दिखा देगी। यह उपचुनाव विकास बनाम भ्रष्टाचार एवं अत्याचार की लड़ाई है। हेमंत है तो हिम्मत है का नारा कोड़ी बकवास नारा है। हेमंत है तो अपराधियों एवं बिचौलियों में हिम्मत है। मरांडी ने कहा कि सीएम के विधानसभा बरहेट में लगातार अपराधियों का तांडव बढ़ा है। हेमंत सरकार में बहन बेटियों की इज्जत सरेआम लूटी जा रही है। संथाल परगना सहित पुरा प्रदेश भयाक्रांत है। बरहेट थाना में दलित युवती के साथ गाली-गलौज, मारपीट करने वाले थानेदार के खिलाफ हुई कार्यवाई के नाम पर सिर्फ दिखावा किया गया। सस्पेंड करने के बजाय थाना प्रभारी को मुसाबनी में पदस्थापित कर दिया। बरहेट के पतना में नाबालिग अदिवासी लड़की को बलात्कार के बाद हत्या के बाद राज्य सरकार के इशारे पर पुलिस विभाग के द्वारा इस घटना की लीपापोती का प्रयास किया गया है। उन्होंने वहां के थानेदार को तुरंत ससपेंड करने की मांग की। वीर शहीद सिदो-कान्हू के वंशज की निर्मम हत्या मामले में सरकार के ईशारे पर केस की लीपापोती होती है। जब भाजपा का प्रतिनिधिमंडल शहिद परिवार से मिलकर हत्या की सीबीआई जांच की माँग किया तब सरकार ने आनन फानन में भाजपा के दबाव में आकर जांच की अनुसंशा की। बोरियों में अपराधियों द्वारा दिनदहाड़े व्यवसायी एवं एसआई की हत्या कर दी जाती है। उन्होंने कहा कि हेमन्त है तो हिम्मत है यह सब बकवास है। आगे उन्होंने कहा कि अनाज गोदाम में सड़ रहे और राज्य में भूख से मौत हो रही। कोरोना महामारी में अस्पतालों के कुप्रबंधन से जनता त्रस्त है। लोग प्राइवेट हॉस्पिटल में महंगे इलाज के लिए विवश हैं। बिहार और झारखंड के समय से संथाल परगना झामुमों की राजनीति का केंद्र बिंदू रहा। इसके बावजूद अस्पताल एवं दवा के अभाव में लोग मरने को विवश है। चालू उद्योग बंद हो रहे, लेकिन तबादला उद्योग खूब फल फूल रहा है। हाल में 6 डीएसपी का तबादला होता है। लेकिन बिचौलिए के दबाव में इसे रोक दिया जाता है। इस प्रकरण से लगता है कि सीएम से अधिक पावरफुल बिचौलिया है। राज्य सरकार नई सड़क तो बना नही पा रही। यहां तक कि गड्ढे भरने में भी विफल रही। श्री मरांडी ने कहा कि यह लोककल्याण बनाम झूठी घोषणाओं की लड़ाई है। प्रदेश की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने राज्य में विकास के ऐतिहासिक कार्य किये। गांव,गरीब,किसान, युवा, महिला सभी को समर्पित विकास की योजनाओं को धरातल पर उतारा है। युवाओं को रोजगार देने की डिंग हांकने वाली सरकार 9 महीने में 9 युवाओं को नौकरी नहीं दे पायी है। इसके उलट भाजपा सरकार में युवाओं को दिया गया। नौकरी को भी छीनने का प्रयास चल रहा है। बाबुलाल मरांडी ने कहा कि महा गठबंधन ने जनता को मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिखाकर जनता को छला है,जनता उपचुनाव में इसका हिसाब बराबर करेगी। यह लड़ाई लोकतंत्र बनाम परिवारवाद की लड़ाई है। दोनों क्षेत्र की जनता परिवार की परिक्रमा से ऊब चुकी है। संथाल परगना के लोगो मे बेचैनी है कि पूरे संथाल परगना में सिर्फ एक परिवार के लोग ही पैर पसार रहे है। यहां के लोग चिंतित है कि जब एक ही परिवार सब जगह रहेगा तो मेरा क्या होगा। झामुमो उस परिवार से बाहर के संथाल समाज के किसी भी लोगो को कभी आगे नही बढ़ाएगी। झामुमो के समर्पित कार्यकर्ता आज हतोत्साहित हैं। दोनों पार्टियां जनता से कट चुकी है और परिवार विशेष में सिमट चुकी है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव अमन चैन बनाम उग्रवाद की लड़ाई है। आज फिर से उग्रवादी अपना पैर तेजी से पसार रहे है। जबकि भाजपा सरकार ने उग्रवादियों पर पूरी तरह नकेल कसी थी। उन्होंने कहा कि आज जनता पूछ रही है कि किसानों की ऋण माफी का क्या हुआ। युवाओं के लिए रोजगार एवं महिलाओं के सशक्तिकरण की योजनाएं का क्या हुआ। उन्होंने कहा कि उद्योग धंधे बंद हो रहे, अपराधिक घटनाएं बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि यह उपचुनाव राज्य की तकदीर और तस्वीर बदलेगी। एक सवाल के जबाब में बाबुलाल मरांडी ने कहा कि प्रतिपक्ष नेता की लड़ाई अब नहीं है। लड़ाई अब सत्ता की है। भाजपा को अब सत्ता से कमतर कुछ नहीं मंजूर है। इस अवसर पर भाजपा प्रत्याशी डॉ लुइस मरांडी, भाजपा प्रदेश सह मीडिया प्रभारी अशोक बड़ाईक, दुमका विधानसभा प्रभारी सत्येंद्र सिंह, जिला अध्यक्ष निवास मंडल, जिला मीडिया प्रभारी अजय गुप्ता, ओम केशरी, पिंटू अग्रवाल आदि उपस्थित थे। हिन्दुस्थान समाचार /नीरज/विनय-hindusthansamachar.in

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