स्वच्छता को लेकर सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन जरूरी: उपायुक्त
स्वच्छता को लेकर सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन जरूरी: उपायुक्त

स्वच्छता को लेकर सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन जरूरी: उपायुक्त

खूंटी, 15 दिसम्बर (हि. स.)। डीआरडीए सभागार में उपायुक्त शशि रंजन की अध्यक्षता में मंगलवार को विद्यालय स्वच्छता पर एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का आयोजन यूनिसेफ की सहयोगी संस्था लीड्स के सौजन्य से किया गया। कार्यशाला के दौरान स्वच्छ विद्यालय स्वस्थ्य बच्चे विषय पर विस्तार से चर्चा की गई। कार्यक्रम का शुभारंभ उपायुक्त एवं उप विकास आयुक्त व अन्य अधिकारियों ने दीप प्रज्वलित कर किया। मौके पर उपायुक्त ने कहा कि यह सभी बच्चों के लिए स्वर्णिम अवसर है, जहां हम एक मंच पर इस महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को प्राथमिक स्तर पर स्वच्छता से सम्बंधित जानकारियां दी जानी चाहिए, ताकि बच्चे इसे आदत बनाकर अपनी जीवनशैली में बदलाव ला सकें। उन्होंने कहा कि सरकार की परिकल्पना रही है कि स्वच्छता के प्रति सकारात्मक वातावरण का निर्माण हो। इसी दिशा में हम सभी को अपने स्तर पर भी प्रयास करने की आवश्यकता है। स्वच्छता का विषय अपने आप में ही बहुउद्देश्यीय है। विद्यार्थियों के जीवन में स्वच्छता को अनुशासन के रूप में प्रदर्शित किया जाना चाहिए। ये निरन्तर जारी रहने वाली प्रक्रिया है। इन मानकों पर विशेष रूप से कार्य करते हुए हम न केवल बच्चों के आचरण में परिवर्तन लाएंगे, बल्कि अपने राष्ट्र को भी स्वच्छ व सुंदर बनाने की ओर कदम बढ़ाएंगे। डीसी ने कार्यशाला के पेयजल, शौचालय, व्यवहार परिवर्तन व क्षमतावर्धन और स्वास्थ्य के सम्बंध में विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले के विद्यालयों में पेयजल व शौचालय की व्यवस्थाओं को सुदृढ किया जाए। साथ ही जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिए गए कि सभी विद्यालयों में शौचालय की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। विद्यार्थियों की संख्या को देखते हुए सोलर वाटर पम्प की भी व्यवस्था की जानी चाहिए। उप विकास आयुक्त ने कहा कि विद्यालय से ज्ञान अर्जित कर हमारे विद्यार्थी मानवता के लिए कार्य करने की ओर अग्रसर होते हैं। हम इस माध्यम से न केवल बच्चों को, बल्कि उनके परिवार हमारे समाज एवं सम्पूर्ण राष्ट्र के लिए स्वच्छता के महत्व को साझा किया जाना चाहिए। यूनिसेफ के राज्य सलाहकार गौरव वर्मा ने स्वच्छ विद्यालय स्वस्थ बच्चे से संबंधित स्वच्छता के सभी बिन्दुओं पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी। जिला पंचायती राज पदाधिकारी ने विद्यालय में स्वच्छता संबंधी विकास में समुचित सहयोग प्रदान करने की बात कही। इसके साथ ही कार्यपालक अभियंताए पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा आश्वासन दिया गया कि जिले के सभी विद्यालयों में पेयजल उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जाएगा। हिन्दुस्थान समाचार/अनिल-hindusthansamachar.in

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