सुनो और सुधार करो' मंत्र से ही सफल होगी पारदर्शी कराधान योजना :  महेश पोद्दार
सुनो और सुधार करो' मंत्र से ही सफल होगी पारदर्शी कराधान योजना : महेश पोद्दार

सुनो और सुधार करो' मंत्र से ही सफल होगी पारदर्शी कराधान योजना : महेश पोद्दार

रांची, 01 सितम्बर ( हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार ने कहा कि आरंभिक दिनों में जीएसटी लागू होने पर लोगों को इसके उपयोग करने में कठिनाई हुई, लेकिन अब यह सबके लिए सरल, सुगम और लाभकारी व्यवस्था बन चुकी है। पोद्दार ने मंगलवार को पत्र सूचना कार्यालय व रीजनल आउटरीच ब्यूरो - रांची के संयुक्त तत्वाधान में 'पारदर्शी कराधान: अवसर और चुनौतियां' विषय पर आयोजित वेबिनार परिचर्चा में मुख्य वक्ता के रूप में भाग लेते हुए कहा है कि पारदर्शी कराधान कुछ समय बाद लोगों के लिए एक बहुत ही लाभकारी और सरलता से उपयोग में लाई जाने वाली व्यवस्था बन जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि किसी नए बदलाव में लोगों से गलतियां हो सकती हैं लेकिन इसे अपराध की दृष्टि से नहीं देखना होगा । हमें इसे कुछ महीनों की जगह कुछ वर्षों का समय देना होगा । पारदर्शी कराधान को सफल बनाने के लिए सुनो और सुधार करो ही आगे बढ़ने का सफल मंत्र सिद्ध होगा। देश में फाइबर केबल इंटरनेट का काम तेजी से चल रहा है और बहुत जल्द सारे गांव इससे जुड़ जाएंगे जिससे इस व्यवस्था का उपयोग करना हर एक के लिए आसान हो जाएगा। जब कर जमा करने का काम सुगम हो जाएगा तब लोगों, खासकर व्यापारी वर्ग, के पास समय रहेगा कि वह अपनी उर्जा अन्य जरूरी काम में लगाएं। उन्होंने टैक्स तथा कानून से जुड़े नए प्रोफेशनल को इसकी सफलता की महत्वपूर्ण कड़ी बताया क्योंकि नई व्यवस्था में तकनीक एक महत्वपूर्ण रोल अदा करेंगी जिसे नए प्रोफेशनल इस्तेमाल कर उनके पास आने वाले करदाताओं का जीवन सरल बना सकते हैं। वेबिनार के आरंभ में पीआईबी रांची के अपर महानिदेशक अरिमर्दन सिंह ने अपने स्वागत भाषण में यह बताया कि ट्रांसपेरेंट टैक्स वातावरण करदाता को सम्मान की दृष्टि से देखने की व्यवस्था है। केंद्र सरकार का यह प्रयास रहा है कि सरकार का सारा काम आम जनमानस को ध्यान में रखकर किया जाए इससे सरकार के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ता है और काम भी आसानी से हो जाता है। श्री सिंह ने कहा कि नई पारदर्शी कराधान व्यवस्था सरकार द्वारा करदाताओं के साथ अपने रिश्ते को विवाद से विश्वास की ओर ले जाने की पहल है। कर व्यवस्था को पारदर्शी करने से भी यह लाभ होगा की लोग निडर होकर कर देंगे और अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे। उन्होंने बताया कि व्यापार को आसान बनाने पर भी केंद्र सरकार का बहुत अधिक फोकस है। इसी क्रम में सरकार ने बहुत सारे कानून समाप्त किए जो अप्रासंगिक हो चुके थे और यह सिलसिला जारी है। उन्होंने आगे कहा कि अभी देश में आबादी की तुलना में बहुत कम लोग करदाता है। कर जमा करने के प्रावधानों को सरल, सुगम और पारदर्शी बनाने से निश्चित रूप से कर जमा करने वालों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। वेबिनार के विशिष्ट वक्ता रांची के मुख्य आयकर आयुक्त राकेश मिश्रा ने कहा कि पारदर्शी कराधान समस्त कर व्यवस्था को सुगम बनाने की ओर एक सराहनीय उपाय है। इससे निश्चित रूप से कर जमा करने वालों की संख्या जो वर्तमान में करीब डेढ़ करोड़ के आसपास है, वह बढ़ेगी। मुख्य आयकर आयुक्त ने आगे कहा कि टैक्स चार्टर भी नागरिको के लिए एक अच्छा प्रयास होगा। लेकिन यह नया प्रयास इसलिए भी ज्यादा लाभकारी होगा क्योंकि नियमानुसार इसे सशक्त किया गया है। इसलिए पारदर्शी कराधान से अच्छे नतीजे आने की संभावना अधिक बढ़ गई है। इससे लिटिगेशन के मामले भी कम होंगे और दूसरी तरफ नए करदाताओं की संख्या में भी वृद्धि होगी। वे बिनार में अपनी बात रखते हुए विशिष्ट वक्ता महेंद्र कुमार चौधरी, वरिष्ठ वकील एवं अध्यक्ष झारखंड आयकर बार एसोसिएशन ने बताया कि अभी लोगों को इस नए पारदर्शी कराधान व्यवस्था को उपयोग में लाने में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, लेकिन उम्मीद है कि आगे चलकर लोग इसे सरलता के साथ उपयोग कर सकेंगे। उन्होंने चिंता जताई कि अभी भी बहुत सारे लोग तकनीक के इस्तेमाल में संकोच भी बरतते हैं और कम जानकारी भी रखते हैं, उनके लिए फिजिकल वेरिफिकेशन या नोटिस की व्यवस्था जारी रखनी चाहिए। इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की रांची शाखा की चेयर पर्सन मनीषा बियानी ने बताया कि पारदर्शी कराधान इमानदार करदाताओं को सम्मानित करने की व्यवस्था है जिससे करदाताओं को फायदा होगा। इसमें जो तकनीक के इस्तेमाल को लेकर चिंता जाहिर की गई है वह धीरे-धीरे समय के साथ दूर हो जाएगी इसके लिए करदाताओं को भी अपनी ओर से कुछ प्रयास करने पड़ेंगे जैसे कि अपना एड्रेस और मोबाइल नंबर अपडेट रखना आदि। करदाताओं का असेसमेंट अब एक व्यक्ति की जगह, एक टीम द्वारा किया जाएगा, जिससे हरासमेंट तथा भ्रष्टाचार के मामले कम होंगे। इसमें चार्टर में दिए गए प्रावधानों के तहत करदाताओं को भी अपना पक्ष रखने का अवसर मिलेगा। वेबिनार में पी आई बी, आर ओ बी, एफ ओ बी, दूरदर्शन एवं आकाशवाणी के अधिकारी- कर्मचारियों के अलावा दूसरे राज्यों के अधिकारी कर्मचारियों ने भी हिस्सा लिया। गीत एवं नाटक विभाग के अंतर्गत कलाकारों एवं सदस्यों, आकाशवाणी के पीटीसी, दूरदर्शन के स्ट्रिंगर तथा मीडिया से संपादक और पत्रकार और अधिवक्ता तथा चार्टर्ड अकाउंटेंट्स भी शामिल हुए। इस वेबिनार का समन्वय व संचालन क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी महविश रहमान एवं धन्यवाद ज्ञापन ओंकार नाथ पाण्डेय ने किया। हिंदुस्थान समाचार /विनय/ सबा एकबाल-hindusthansamachar.in

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