लोकतंत्र पर हमले वहीं, जहां कांग्रेस या कांग्रेस समर्थित सरकार : दीपक प्रकाश
लोकतंत्र पर हमले वहीं, जहां कांग्रेस या कांग्रेस समर्थित सरकार : दीपक प्रकाश

लोकतंत्र पर हमले वहीं, जहां कांग्रेस या कांग्रेस समर्थित सरकार : दीपक प्रकाश

रांची, 05 नवम्बर (हि. स.)। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश ने अर्नव गोस्वामी की गिरफ्तारी ,झारखंड में पत्रकारों पर हो रहे हमले,भेजे जा रहे नोटिस को लेकर राज्य सरकार व कांग्रेस पर कड़ा हमला बोला है। प्रकाश ने गुरुवार को प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि कांग्रेस का मतलब काला कारनामा। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र बनाम कांग्रेस की बात करें तो आजादी के बाद से ही कांग्रेस ने चाहा कि प्रेस उसका पिछलग्गू बनकर दुम हिलाए। लेकिन प्रेस ने लगातार कांग्रेस की गलत नीतियों का विरोध किया तो उसके ऊपर हमले हुए। प्रेस की स्वतंत्रता को कुचलने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि आजाद भारत मे 1962 के चीनी आक्रमण में तत्कालीन रक्षा मंत्री कृष्ण मेनन के खिलाफ लिखने पर प्रेस पर कार्रवाई की। 1975 में राहुल गांधी की दादी और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने लोकतंत्र को खतरे में नही डाला बल्कि खत्म करने की कोशिश की। प्रेस और अभिव्यक्ति की आजादी को प्रतिबंधित किया। 1982 में संयुक्त बिहार के समय तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ जगन्नाथ मिश्र द्वारा लाये गए बिहार प्रेस बिल ने पत्रकारों के लिये पांच साल की सजा और जुर्माने का प्रावधान किया था, जो सरकार की नीतियों और उनके भ्रष्टाचार के खिलाफ कलम चलाते थे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र या लोकतांत्रिक मूल्यों को समाप्त करने की कोशिश वहीं हुई है,जहां जहां कांग्रेस की या कांग्रेस समर्थित सरकार बनी है। कांग्रेस ने लोकतांत्रिक संस्थानों को नष्ट करने का काम किया। न्यायपालिका, प्रेस और संसद को अपने हिसाब से चलाने की कोशिश की। 1975 में तो कांग्रेस पार्टी ने अपने हिसाब से कानून बना लिये। उन्होंने कहा कि आज झारखंड भी इसी राह पर चल रहा क्योंकि यहां भी कांग्रेस के समर्थन से सरकार चल रही। आज मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन,राज्य सरकार के मंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव चुप क्यों हैं। राज्य की सवा तीन करोड़ जनता अर्णव गोस्वामी की गिरफ्तारी पर उनकी राय जानना चाहती है। जनता जानना चाहती है कि दुमका में सरकार के खिलाफ लिखने वाले पत्रकारों को नोटिस क्यों भेजा जा रहा,क्यों झारखंड में पत्रकारों पर हो रहे हमले पर कांग्रेस, झामुमो के नेता चुप है। उन्होंने कहा कि चुप्पी तोड़कर कार्रवाई को सही या गलत कुछ तो बोलें। प्रकाश ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा पत्रकारों एवम प्रेस की स्वतंत्रता पर हो रहे हमले का प्रदेश भाजपा कड़ा विरोध करती है। हम ऐसी कार्रवाई की तीव्र निंदा करते हैं। अर्नव गोस्वामी की गिरफ्तारी में आपातकाल का इतिहास दुहराया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/कृष्ण/वंदना-hindusthansamachar.in

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