लाखों किसानों के विस्थापन की जिम्मेवार कांग्रेस, आज बहा रही घड़ियाली आंसू : दीपक प्रकाश
लाखों किसानों के विस्थापन की जिम्मेवार कांग्रेस, आज बहा रही घड़ियाली आंसू : दीपक प्रकाश

लाखों किसानों के विस्थापन की जिम्मेवार कांग्रेस, आज बहा रही घड़ियाली आंसू : दीपक प्रकाश

रांची, 09 नवम्बर (हि. स.)। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने झारखंड कांग्रेस के ट्रैक्टर रैली पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस किसानों के नाम पर केवल नैटंकी कर रही। प्रकाश ने सोमवार को कहा कि रैली में कोई किसान दूर दूर तक नजर नही आये। देश मे कांग्रेस पार्टी के लंबे शासन काल में लाखों किसानों का विस्थापन हुआ,लोग जमीन से बेदखल हुए,बेघर हुए। कांग्रेस को बताना चाहिये कि इस संबंध में पार्टी ने क्या किया। प्रकाश ने कहा कि कांग्रेस की नीतियों और कार्यक्रमो ने किसानों को गरीबी में जीने के लिये विवश किया। पूरे देश में अपनी कड़ी मेहनत से अनाज के गोदामो को भरने वाला किसान लगातार कर्ज में डूबने,आत्महत्या करने को मजबूर होता गया। किसान को आत्म निर्भर, स्वावलंबी बनाने की दिशा में कार्य नहीं किये। प्रकाश ने कहा कि आज केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में गांव, गरीब,किसान को मजबूत बनाने वाली सरकार चल रही। मोदी सरकार ने किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने का संकल्प व्यक्त किया है जिस पर तेजी से योजनाओं का क्रियान्वयन हो रहा। कृषि कानून बनाकर एक ऐतिहासिक पहल की गई है, जिसका देश भर के किसानों ने समर्थन किया है। लेकिन कांग्रेस किसानों के बीच लगातार भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही। कृषि कानून के माध्यम से किसानों को मंडियों की बाध्यता से मुक्त किया गया है। अब किसान अपनी फसल को अपने हिसाब से कही भी बेचने के लिये स्वतंत्र है। कांग्रेस एमएससी पर भी जनता को गुमराह कर रही जबकि इस व्यवस्था में कोई बदलाव नही किया गया है। हाल ही में मोदी सरकार ने फसलों के एमएसपी में वृद्धि की है। कृषि कानून के माध्यम से बिचौलिया व्यवस्था को समाप्त किया गया है। कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के माध्यम से किसानों को केवल फसलों के अनुबंध का प्रावधान है। उसका जमीन से कुछ भी लेना देना नही फिर भी कांग्रेस कृषि कानून पर किसान को भ्रमित कर रही। कांग्रेस बताए कि झारखंड में उन्होंने किसानों के लिये क्या किया। किसानों के दी लाख के ऋण माफी की घोषणा कब लागू होगी। हिन्दुस्थान समाचार/कृष्ण/वंदना-hindusthansamachar.in

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