मोदी सरकार ने सैन्य अधिकारियों के  हितों पर कुठाराघात किया : कांग्रेस
मोदी सरकार ने सैन्य अधिकारियों के हितों पर कुठाराघात किया : कांग्रेस

मोदी सरकार ने सैन्य अधिकारियों के हितों पर कुठाराघात किया : कांग्रेस

रांची, 06 नवम्बर (हि. स.)। प्रदेश कांग्रेस ने कहा है कि केंद्र की भाजपा नेतृत्व वाली सरकार सेना के अधिकारियों से धोखा और उनके हितों पर कुठाराघात कर रही है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार सैन्य अफसरों की आधी पेंशन काट कर सेना का मनोबल गिरा रही है। सेना पर मोदी सरकार के ताजे हमले की इस प्रस्तावना ने झूठे राष्ट्रवादियों का सेना विरोधी चेहरा उजागर कर दिया है। शहीद सैनिकों की वीरता और राष्ट्रवाद के नाम पर वोट बंटोरने वाली मोदी सरकार देश के इतिहास में पहली सरकार बनने जा रही है, जो सीमा पर रोजाना अपनी जान की बाजी लगाने वाले सैन्य अफसरों की पेंशन काटने और सक्रिय सेवा के बाद उनके दूसरे कैरियर विकल्प पर डाका डालने की तैयारी में है। इस बारे में बकायदा 29 अक्टूबर 2020 के पत्र से प्रस्ताव मांगा गया है। उन्होंने कहा कि एक तरफ स्वांग रच कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सेना के लिए दीया जलाने की बात करते हैं। दूसरी तरफ साहसी और बहादुर सैन्य अफसरों के जीवन में उनकी पेंशन काट अंधेरा फैलाने का दुस्साहस कर रहे हैं। यही भाजपा का झूठा राष्ट्रवाद है। प्रवक्ताओं ने कहा कि सेना में भर्ती के समय इंडियन मिलिटरी एकेडमी में हर अधिकारी से 20 साल का अनिवार्य सर्विस बॉन्ड भरवाया जाता है। 20 साल की सेवा के बाद सैन्य अफसर लास्ट ड्राउन सैलरी यानी 20 साल की सेवा पूरी होने पर जो मूल तनख्वाह मिल रही हो, उसकी 50 प्रतिशत पाने का हकदार है। लेकिन मोदी सरकार ताजा सेना विरोधी प्रस्ताव के तहत उस 50 प्रतिशत पेंशन को भी आधी कर देने का है। हिन्दुस्थान समाचार/कृष्ण/वंदना-hindusthansamachar.in

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