नई शिक्षा नीति से भारत ज्ञान आधारित महाशक्ति बनेगा :कुलपति डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव
नई शिक्षा नीति से भारत ज्ञान आधारित महाशक्ति बनेगा :कुलपति डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव

नई शिक्षा नीति से भारत ज्ञान आधारित महाशक्ति बनेगा :कुलपति डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव

धनबाद ,18 अक्टूबर (हि.स.) । विद्या विकास समिति झारखंड रांची के तत्वावधान में नई शिक्षा नीति पर ऑन लाइन गोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें धनबाद जिला के सरस्वती विद्या मंदिरों के प्राचार्य एवं शिक्षक शिक्षिकाओं के अलावा कई विद्वत जनों ने भाग लिया। रविवार को गोष्ठी की शुरुआत मां शारदे के समक्ष पुष्पार्चन एवं वन्दना के साथ हुई। कार्यक्रम की भूमिका राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर धनबाद के प्राचार्य सुमन्त कुमार मिश्रा ने रखी। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति शिक्षा की मूल महत्ता को समझाने वाली होगी। इस नीति से बच्चें अपनी विशिष्ट पहचान बनायेंगे, उनके अंदर निहित प्रतिभा बाहर आयेगी। बच्चों का सर्वांगीण विकास होगा एवं विश्व पटल पर भारत की नई पहचान बनेगी। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि नई शिक्षा नीति से भारत ज्ञान आधारित महाशक्ति बनेगा। बच्चों में स्वाभिमान विकसित होगा एवं शिक्षा जन-जन तक पहुंचेगी। इस नीति से बच्चों के लिए विद्यालय उनके घर का विस्तारीकरण होगा। बच्चे अपनी मातृभाषा में शिक्षा पा कर अपनी योग्यता बढ़ायेंगे। नई शिक्षा नीति के आने पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा अब केवल अमीरों तकही नही अपितु गरीबों तक शिक्षा का अलख जगायेगी। नेशनल अकादमिक सेन्टर की स्थापना की जायेगी । जिसकी सहायता से बच्चें अपनी रुचि के अनुसार शिक्षा आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। सभी बच्चों की मानसिक संरचना एक जैसी नही होती इसलिए मेरी समझ से विद्यार्थियों की मनोवैज्ञानिक जांच होनी चाहिए । गोष्ठी की अध्यक्षता विद्या भारती के उत्तर पूर्व क्षेत्र के क्षेत्रीय सचिव मुकेश नन्दन ने की। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति माटी से जुड़ कर शिक्षा देने वाली नीति है। इस शिक्षा से देश की पहचान बनेगी। मैकाले की शिक्षा नीति ने देश एवं देशवासियों को भ्रमित कर रखा। इस नीति का राजनैतिक लाभ के लिए विरोध किया जा रहा है और यह सब चलता रहेगा। इसीक्रम हमें हर घर को विद्यालय बनाना है। इसी सोच को लेकर गोरखपुर में सरस्वती शिशु मंदिर की स्थापना की गई , ताकि हमारी शिक्षा बाल केंद्रित एवं क्रिया आधारित हो। अतिथि परिचय राजकमल के उप प्राचार्य मनोज कुमार, मंच संचालन संत कुमार श्रीवास्तव धन्यवाद ज्ञापन संभाग निरीक्षक अमर कांत झा एवं शांति मंत्र का पाठ प्रभारी परिमल चंद्र झा ने कराया। गोष्ठी को गुरु नानक कॉलेज की प्राचार्या डॉ. संगीता नाथ , प्रो. संजय सिन्हा , समाज सेविका डॉ. मीतू सिन्हा, सिनीडीह विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य मदन मोहन मिश्र ने भी संबोधित किया । यह जानकारी राजकमल विद्यालय के मीडिया प्रभारी तापस कुमार घोष ने दी है। हिन्दुस्थान समाचार / बिमल /विनय-hindusthansamachar.in

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