जिला स्तरीय सीएसआर समिति की पहली बैठक आयोजित
जिला स्तरीय सीएसआर समिति की पहली बैठक आयोजित

जिला स्तरीय सीएसआर समिति की पहली बैठक आयोजित

पाकुड़, 30सितम्बर(हि.स.)। डीसी कुलदीप चौधरी ने बुधवार को समाहरणालय स्थित सभागार में जिला स्तरीय सीएसआर (कारपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी) समिति की इस वर्ष की पहली बैठक की। मौके पर डीडीसी अनमोल कुमार सिंह, जिला खनन पदाधिकारी उत्तम विश्वास, जिला उद्योग महाप्रबंधक समेत अन्य मौजूद थे। बैठक में डीसी ने कहा कि जिले में मुख्य रूप से कोयला एवं पत्थर का व्यवसाय है। ऐसे में इस कार्य से जुड़ी कंपनियों को ही सीएसआर के तहत कार्य करना है। बैठक में अमड़ापाड़ा के पचुवाड़ा कोल ब्लाक में कोयला खनन का कार्य कर रही वेस्ट बंगाल पावर डेवल्पमेंट कारपोरेशन लिमिटेड के महाप्रबंधक एस के गुप्ता ने बताया कि कंपनी को पांच कोल ब्लाक आवंटित हुए है। जिनमें चार पश्चिम बंगाल में एवं एक झारखंड पाकुड़ में है। पिछले वित्तीय वर्ष से जिले में कोयला खनन का कार्य चल रहा है। सीएसआर के तहत कंपनी की ओर से प्रभावित 11 गांवों में कुछ कार्य किए गए हैं। इनमें मरीजों को समय से बेहतर चिकित्सा मुहैया कराने के लिए विभिन्न गांवों में सात एंबुलेंस दिए गए हैं। वहीं स्कूली बच्चों के लिए पांच स्कूल बसें संचालित की जा रही हैं। अस्पताल का संचालन किया जा रहा है, जिसमें दो चिकित्सक एवं तीन स्टाफ नियमित कार्यरत हैं। स्कूल संचालन की दिशा में भी पहल की गई है। अमड़ापाड़ा स्थित प्रकृति विहार पार्क में भी सौदर्यीकरण का कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा भी अन्य कार्य किए जा रहे हैं।साथ ही बताया कि कोविड – 19 को लेकर प्रखंड स्तरीय सीएसआर समिति का गठन नहीं जा सका है।शीघ्र ही समिति गठित कर ली जाएगी।मौके पर डीसी कुलदीप चौधरी ने उन्हें सीएसआर के तहत किए जा रहे कार्यों से संबंधित विभाग के वरीय पदाधिकारियों को अवगत कराने का निर्देश दिया। ताकि उसकी माॅनीटरिंग की जा सके। साथ ही उन्होंने सिविल सर्जन को संबंधित प्रखंड के एमओआइसी को संबंधित अस्पताल का औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया, ताकि वहां कार्यरत चिकित्सकों एवं स्टाफ की नियमित उपस्थिति के साथ ही अब तक कितने मरीजों का इलाज किया गया है यह जानकारी मिल सके। इसके अलावा यह भी पता चले कि एबुलेंस की सुविधा कितने लोगों को प्राप्त हुई है। उन्होंने कंपनी अधिकारियों को प्राकृतिक विहार पार्क को बेहतर बनाने का निर्देश दिया।साथ ही कहा कि सीएसआर की अगली बैठक वहीं सुनिश्चित करें, ताकि कार्यों का अवलोकन किया जा सके। मौके पर डीसी ने कहा कि प्रखंड स्तरीय सीएसआर समिति तीन माह में दो बार बैठक करें। क्योंकि जिला स्तरीय समिति तीन माह में एक बार बैठक होती है। उन्होंने इस बाबत जिला खनन पदाधिकारी को जरूरी दिशा निर्देश दिया। अगली बैठक से कोयला एवं स्टोन चिप्स उद्योग से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित क्षेत्रों में कौन – कौन से कार्य किए जा सकते है। इसका प्रस्ताव तैयार करने को कहा। हिन्दुस्थान समाचार/ रवि /वंदना-hindusthansamachar.in

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