कोरोना के चलते उत्पन्न हुई आर्थिक मंदी व बेरोजगारी: बरियार

कोरोना के चलते उत्पन्न हुई आर्थिक मंदी व बेरोजगारी: बरियार
कोरोना के चलते उत्पन्न हुई आर्थिक मंदी व बेरोजगारी: बरियार

पाकुड़, 08 अगस्त (हि.स.)। स्वदेशी जागरण मंच के क्षेत्रीय (झारखंड- बिहार) संयोजक शचीन्द्र बरियार ने कहा है कि कोरोना महामारी का सबसे बड़ा दुष्परिणाम है आर्थिक मंदी व बेरोजगारी। जिसके मद्देनजर स्वदेशी जागरण मंच ने स्वदेशी स्वावलंबन अभियान छेड़ दिया है। जिसके तहत स्थानीय उत्पादनों व उत्पादकों को प्रोत्साहित कर अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने का काम चल रहा है। उन्होंने ये बातें झारखंड स्वदेशी जागरण मंच द्वारा आयोजित डिजिटल प्रांतीय बैठक में कहीं। बैठक में मंच के राष्ट्रीय सह संघर्ष वाहिनी प्रमुख वंदेशंकर सिंह भी मौजूद रहे। बरियार ने कहा कि कोरोना के चलते संपूर्ण दुनिया के अलावा अपने देश में भी कई करोड़ लोगों का रोजगार छिन गया या फिर उनकी काफी कम हो गई। सामान्य रेहड़ी-पटरी लगाने वालों से लेकर बड़े काम धंधे करने वाले भी प्रभावित हुए हैं।मोटे आंकड़ों के मुताबिक देश के 49.8 करोड़ लेबर फोर्स में से 13 करोड़ या तो पूरी तरह से बेरोजगार हो गए हैं या फिर उनकी आय 25 से 30 फीसदी तक ही रह गई है।हालाँकि केन्द्र व राज्य सरकारों द्वारा इसके मद्देनजर कई कदम उठाए गए हैं।लेकिन समस्या की तुलना में वे नाकाफी साबित हो रहे हैं। समय की माँग है कि समाज खुद उठ खड़ा हो और परस्पर एक दूसरे को सहयोग तथा प्रोत्साहित करते हुए अर्थ व रोजगार सृजन में जुट जाए। ताकि समाज का हर तबका स्वावलंबी हो सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए जिला स्तर पर होने वाले स्थानीय उत्पादन,कृषि संवर्धन तथा समुचित व सुनियोजित विपणन के जरिए रोजगार का सृजन किया जा सकता है।स्थानीय स्तर पर विभिन्न क्षेत्रों के हुनरमंद व अनुभवी लोग हैं उनके सहयोग व मार्गदर्शन में रोजगार सृजन कर लोगों को स्वावलंबी बनाया जा सकता है। बैठक का संचालन झारखंड प्रांत संयोजक राजेश उपाध्याय ने किया।बैठक में प्रांत सह संयोजक अमरेंद्र कुमार सिंह, अंजनी कुमार सिन्हा, ज्ञानदेव टुडू, दिगेश त्रिवेदी आदि के अलावा सभी जिला संयोजक शामिल रहे। हिन्दुस्थान समाचार/ कुमार रवि /सबा एकबाल-hindusthansamachar.in

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