अपडेट : स्वतंत्र भारत की नीव में असंख्य राष्ट्र भक्तों, महापुरुषों का त्याग और समर्पण समाहित है : हेमंत सोरेन
अपडेट : स्वतंत्र भारत की नीव में असंख्य राष्ट्र भक्तों, महापुरुषों का त्याग और समर्पण समाहित है : हेमंत सोरेन

अपडेट : स्वतंत्र भारत की नीव में असंख्य राष्ट्र भक्तों, महापुरुषों का त्याग और समर्पण समाहित है : हेमंत सोरेन

रांची, 15 अगस्त (हि. स.)। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारे स्वतंत्र भारत की नीव में असंख्य राष्ट्र भक्तों, महापुरुषों का त्याग और समर्पण समाहित है। इस महापर्व पर देश की स्वाधीनता के लिए अपना अमूल्य योगदान देने वाले सभी स्वतंत्रता सेनानियों को कोटि-कोटि वंदन। मुख्यमंत्री शनिवार को मोरहाबादी मैदान में आयोजित 74 वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस पावन अवसर पर अपने साहस और शौर्य से देश की सीमा की सुरक्षा में समर्पित सभी वीर सैनिकों को वह नमन करते हैं। लद्दाख क्षेत्र की गलवान घाटी में देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए शहीद हुए झारखंड के वीर गणेश हांसदा और कुणाल ओझा तथा कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए कुलदीप उरांव को शत-शत नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि झारखंड को सकारात्मक नेतृत्व प्रदान करने, राज्य में सामाजिक न्याय और भाईचारा स्थापित करने के साथ-साथ समाज के सभी वर्गों, विशेषकर कमजोर वर्गों को सशक्त बनाने एवं प्रगतिशील मूल्यों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हमारी सरकार का गठन हुआ है। अतुलनीय प्राकृतिक सौंदर्य एवं खनिज संपदा से परिपूर्ण झारखंड राज्य में विकास की असीम संभावनाएं हैं। राज्य की जनता ने हमें स्पष्ट जनादेश देकर जो विश्वास और भरोसा जताया है इसके लिए वह हृदय से जनता का आभारी हैं। उन्होंने कहा कि जब वह राज्य के प्रतीक चिन्ह को देखते थे तो उन्हें महसूस होता था कि यह झारखंड की सांस्कृतिक धरोहर, वन संपदा तथा समृद्धि को प्रतिबिंबित नहीं करता है। इसलिए उन्होंने इसमें संशोधन की आवश्यकता महसूस की और उन्हें यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि झारखंड को एक नया प्रतीक चिन्ह मिल गया है जो यहां की सांस्कृतिक धरोहर, वन संपदा एवं समृद्धि को सही रूप में प्रतिबिंबित कर रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत सहित संपूर्ण विश्व कोरोना महामारी की चपेट में है और स्वाभाविक रूप से हमारा राज्य भी इस घातक वायरस के प्रकोप से अछूता नहीं है। वैश्विक स्तर पर जिस प्रकार इस वायरस का प्रभाव बढ़ता जा रहा है यह मानव जीवन के समक्ष सबसे गंभीर चुनौती बन गया है। कोरोनावायरस से पूरी दुनिया में अब तक करोड़ों लोग संक्रमित हो चुके हैं तथा लाखों की जान जा चुकी है। यह बात बिल्कुल सही है कि परिस्थितियां विकट है तथा इस वायरस के प्रकोप ने हमारे सामाजिक आर्थिक ताने-बाने को काफी नुकसान पहुंचाया है। लेकिन हमें इससे घबराना नहीं है। संकट की इस घड़ी में हम सबको मिल जुलकर लड़ना होगा और कोरोनावायरस के विरुद्ध इस संघर्ष में निश्चित रूप से हम विजई होंगे। हमारी सरकार इस महामारी से लड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। अपने प्रत्येक नागरिक के स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर हम कृत संकल्पित हैं। कोरोना महामारी के विरुद्ध संघर्ष में अग्रणी भूमिका निभाने वाले हमारे डॉक्टर, चिकित्सा कर्मी, पुलिस कर्मी और स्वास्थ्य कर्मी व स्वच्छता कर्मी आज समारोह में विशेष रूप से आमंत्रित हैं और हमारे बीच मौजूद। वह इन सभी कोरोना वारियर्स के जज्बे को सलाम करते हैं तथा हृदय से उनका अभिनंदन करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे सामने सबसे गंभीर चुनौती थी लगभग पांच लाख से अधिक झारखंड के बाहर फंसे प्रवासी श्रमिकों की सकुशल वापसी। रेल मंत्रालय से समन्वय स्थापित करते हुए ऐसे प्रवासी श्रमिकों को स्पेशल ट्रेनों द्वारा झारखण्ड वापस लाया गया। झारखंड वापस आने पर इन प्रवासी श्रमिकों के स्वास्थ्य की जांच की व्यवस्था, आवश्यकता अनुसार इनके लिए क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्था, समुचित संख्या में वेड की उपलब्धता तथा संक्रमित मरीजों के इलाज और देखभाल की व्यवस्था भी की गई। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों के समक्ष अचानक उत्पन्न संकट से निपटने के लिए हमने राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम बना कर विभिन्न राज्यों में फंसे मजदूरों से संपर्क स्थापित किया और प्रत्येक राज्य के लिए नोडल पदाधिकारी नियुक्त किया। झारखंड लोटे प्रवासी श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराकर उनके जीविकोपार्जन की व्यवस्था के लिए पर्याप्त निधि की व्यवस्था की गई है। लॉकडाउन से प्रभावित राज्य के असंगठित कामगारों, दिहाड़ी मजदूरों को, गरीबों, निराश्रित और असहाय को भुखमरी से बचाने के लिए हमने मुख्यमंत्री दीदी किचन योजना की शुरुआत की। शहरी क्षेत्रों में लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से शहरी रोजगार गारंटी योजना प्रारंभ की जा रही है। राज्य के सभी विश्वविद्यालयों, तकनीकी शिक्षण संस्थानों में भी कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन कक्षा संचालित की व्यवस्था की गई है। राज्य के छात्र-छात्रा जो विदेश के प्रतिष्ठित संस्थान में स्नातकोत्तर की पढ़ाई करना चाहते हैं उन्हें राज्य सरकार अनुदान उपलब्ध करवाएगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जल्द ही नई खेल नीति लागू करने जा रही है। बिरसा मुंडा एयरपोर्ट विस्तारीकरण योजना के अंतर्गत रनवे की लंबाई 900 मीटर से बढ़ाकर 1200 मीटर करने का प्रस्ताव है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से उत्पन्न इस विकट परिस्थिति का सामना हमें पूरी दृढ़ता और साहस के साथ करना है। समस्त झारखंड वासियों से उनकी अपील है कि कोरोनावायरस से बचाव एवं रोकथाम के लिए सरकार के निर्देशों का अनुपालन करें। मास्क जरूर पहने, सामाजिक दूरी का पालन करें, स्वच्छता का ख्याल रखें, खुद भी सुरक्षित रहें और दूसरों को भी सुरक्षित रखने में मदद करें। हिन्दुस्थान समाचार/कृष्ण/ विनय-hindusthansamachar.in

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