witch-eradication-awareness-awareness-seminar
witch-eradication-awareness-awareness-seminar

डायन प्रथा उन्मूलन जागरुकता सेमिनार

मेदिनीनगर, 18 मार्च (हि.स.)। महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की ओर से डायन प्रथा उन्मूलन जागरुकता सेमिनार का आयोजन गुरुवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर स्मृति भवन में किया गया। जिला समाज कल्याण कार्यालय के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारम्भ उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक और उप विकास आयुक्त ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस मौके पर उपायुक्त शशि रंजन ने कहा कि डायन प्रथा एक अंधविश्वास है जो समाज के लिए अभिशाप है। यह एक ऐसी कुप्रथा है जिससे पूरा राज्य प्रभावित है। हमें ऐसी कुरीतियों पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि डायन प्रथा को सामाजिक जागरुकता के माध्यम से ही खत्म किया जा सकता है। ऐसी कुप्रथा से ना केवल महिलाओं में बल्कि समाज में भी नकारात्मक विचार धारा बन रही है। उपायुक्त ने कहा कि डायन उन्मूलन जागरुकता सेमिनार को हम सभी को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार ने कहा कि अक्सर लोग कमजोर या असहाय महिलाओं को डायन बताकर उन्हें प्रताड़ित करते हैं। इस कुप्रथा के कारण कई बार स्थिति भयावह हो जाती है। लोगों की जान भी चली जाती है। उन्होंने कहा कि अपने स्वार्थ में सामने वाले को डायन बता कर उनका और उनके परिवार का उत्पीड़न करने वाले लोगों को चिन्हित करने की जरूरत है। उप विकास आयुक्त शेखर जमुआर ने सेमिनार में मौजूद सभी महिलाओं से कहा कि इस विषय को लोगों तक पहुंचाएं और लोगों को जागरूक करें। क्योंकि, हमारे लिए विकास के इस दौर में डायन-बिसाही जैसे मामलों को भी खत्म करने की चुनौती है। हिन्दुस्थान समाचार/ संजय/चंद्र

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in