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(अपडेट )गोली लगने से हुई थी पारसनाथ की मौत, हत्या के विरोध में सड़क जाम और थाना का घेराव

रांची, 18 फरवरी (हि.स.)। पिठौरिया थाना क्षेत्र के अंबाटोली निवासी पारसनाथ बेदिया की बुधवार शाम मूर्ति विसर्जन के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। बुधवार को यह साफ नहीं हो पाया था कि उसकी मौत किस हथियार के वार से हुई। पुलिस गोली लगने और नुकीली हथियार के वार से मौत की आशंका जता रही थी। शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया गया था। गुरुवार को रिम्स में लगभग दो घंटे तक चले पोस्टमार्टम के बाद यह साफ हो गया कि गोली लगने से पारसनाथ बेदिया की मौत हुई है। पारसनाथ काे बांये कान के पास गोली लगी, जो दाहिने कान के ऊपर हिस्से को छेद करते हुए बाहर निकल गयी। इधर, हत्या के विरोध में ग्रामीणों ने पिठौरिया- पतरातू मुख्य मार्ग को लगभग दो घंटे और लगभग एक घंटे तक पिठोरिया चौक को जाम रखा।घटना के बाद मृतक के पुत्र शंकर बेदिया व ग्रामीणों ने गांव के ही मिथुन नायक पर हवाई फायरिंग का आरोप लगाते हुए गुरुवार की सुबह सड़क जाम किया था। आक्रोशित ग्रामीण आरोपित को गिरफ्तार कर फांसी की सजा देने और मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। पिठौरिया पुलिस और कांके प्रखंड विकास पदाधिकारी शीलवंत भट्ट के आश्वासन के बाद जाम हटा दिया गया। सड़क जाम के हटते ही ग्रामीणों ने पिठौरिया थाना का घेराव किया । जहां आरोपी को फांसी देने की मांग कर रहे थे। पिठौरिया थाना प्रभारी मिसिल सोरेन ने बताया कि मामले में मिथुन नायक को गिरफ्तार किया गया है, साथ ही उसके पास से हथियार भी बरामद हुआ है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। उल्लेखनीय है कि बीते बुधवार की रात सरस्वती पूजा मूर्ति विसर्जन के दौरान थाना से लगभग 100 मीटर की दूरी पर डांस करते हुए मिथुन नायक ने दो हवाई फायर की थी। इसी दौरान पारसनाथ बेदिया के सिर पर गोली लग गयी थी। मृतक पारसनाथ बेदिया का पुत्र शंकर बेदिया के अनुसार सरस्वती पूजा के विसर्जन देखने के लिए सड़क किनारे महिलाएं खड़ी थी। कुछ दूरी पर( पापा)पारसनाथ भी खड़े थे । उसी दौरान गांव के ही मिथुन नायक ने हथियार निकाल कर फायरिंग की। जिससे उनके पापा को गोली लग गई और आनन-फानन में उन्हें कांके अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई थी। मृतक के पुत्र ने बताया कि पिठौरिया पुलिस गोली चलने की घटना को संदेहास्पद बता कर अपराधी को बचाने की कोशिश कर रही है। जबकि घटना के दौरान हम सभी ग्रामीण चश्मदीद गवाह थे। हिन्दुस्थान समाचार/ विकास-hindusthansamachar.in

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